सार

बांग्लादेश के अंतरिम सरकार प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने राजनीतिक दबाव के चलते इस्तीफा देने की धमकी दी है। चुनाव की तारीख को लेकर सेना और सरकार में तनातनी बढ़ रही है, जिससे देश में अनिश्चितता का माहौल है।

ढाका: बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस ने इस्तीफा देने की धमकी दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने कहा है कि देश के राजनीतिक हालात के चलते उन्हें सरकार चलाने में दिक्कत आ रही है। स्टूडेंट्स की पार्टी, नेशनल सिटीजन पार्टी के प्रमुख अन्हिद इस्लाम ने बीबीसी बांग्ला को बताया कि राजनीतिक दलों के बीच अहम सुधारों पर सहमति न बन पाने के कारण यूनुस पर मुख्य सलाहकार के पद पर बने रहने का दबाव है।

इस्लाम ने यूनुस के हवाले से कहा, "मुझे बड़े बदलाव और सुधार लाने के लिए जन आंदोलन के बाद यहां लाया गया था। लेकिन मौजूदा हालात में, पार्टियों के बढ़ते दबाव के चलते काम करना मुश्किल हो रहा है। राजनीतिक दल किसी भी बात पर सहमत नहीं हो पा रहे हैं।"

हालांकि यूनुस के ऑफिस से इस्तीफे पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन खबरें हैं कि चुनाव की तारीख को लेकर सेना और अंतरिम सरकार में तनातनी बढ़ रही है। राजनीतिक दल यूनुस पर चुनाव की तारीख का ऐलान करने का दबाव बना रहे हैं।

देश में अगला आम चुनाव कब होगा, इसकी घोषणा न करने पर यूनुस को राजनीतिक दलों और नागरिक समाज की आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। पिछले साल अगस्त में कार्यभार संभालने वाले यूनुस ने तेजी से सुधार और लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था की वापसी का वादा किया था। लेकिन, लगभग एक साल बाद भी चुनाव की तारीख का ऐलान न होने से लोगों का भरोसा उनसे उठता दिख रहा है।

वरिष्ठ बीएनपी नेता खंडाकर मोशर्रफ हुसैन ने कहा कि अगर सरकार जनता की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरती है, तो बीएनपी के लिए उनका समर्थन जारी रखना मुश्किल होगा। उन्होंने कहा कि चुनाव की स्पष्ट रूपरेखा की घोषणा करना सबसे जरूरी है।

बीएनपी ढाका में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन कर रही है और मांग कर रही है कि उनके मेयर पद के उम्मीदवार को तुरंत शपथ दिलाई जाए। पार्टी का दावा है कि 2020 के विवादित मेयर चुनाव में इसराक हुसैन को विजेता घोषित करने वाले चुनाव आयोग के फैसले को अंतरिम सरकार ने रोक दिया था। उस समय, बीएनपी ने आरोप लगाया था कि अब प्रतिबंधित अवामी लीग ने चुनाव में धांधली की थी।

खबर है कि बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार-उस-जमान ने भी यूनुस को दिसंबर तक आम चुनाव कराने की सख्त चेतावनी दी है। रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि जमान ने यूनुस सरकार के प्रस्तावित "मानवीय गलियारे" का कड़ा विरोध किया है। इस बीच, यह भी मांग उठ रही है कि शांतिपूर्ण सत्ता हस्तांतरण सुनिश्चित करने के लिए यूनुस को अंतरिम नेता के रूप में बने रहना चाहिए।