Kunar River water: अफ़ग़ानिस्तान कुनार नदी पर बाँध बनाकर पाकिस्तान जाने वाला पानी रोकेगा। तालिबान जनरल मुबीन ने इसे "हमारा खून" बताया और निर्माण कार्य तेज़ करने का आदेश दिया। बाँध से बिजली उत्पादन और खेती में मदद मिलेगी।

Kunar River Dam: पाकिस्तान की अब हर तरफ मुश्किलें बढ़नी शुरू हो चुकी हैं। भारत ने अपना पानी रोक दिया है। अब अफगानिस्तान ने भी पाकिस्तान की ओर बहने वाले अपने पानी को रोकने का फैसला किया है। अफगानिस्तान ने कुनार नदी पर डैम बनाकर पाकिस्तान की ओर जाने वाले पानी को रोकने का फैसला किया है। तालिबान सरकार के आर्मी जनरल मुबीन ने कहा कि कुनार नदी में बहने वाला पानी हमारा खून है, हम इसे बहने नहीं देंगे। उन्होंने डैम का निरीक्षण कर काम में तेजी लाने का आदेश दिया। बलूच नेता मीर यार बलूच ने सोमवार को जनरल मुबीन के कुनार नदी पर बन रहे डैम का निरीक्षण करने वाली वीडियो शेयर कर जानकारी दी है।

डैम के लिए धन जुटा रहा तालिबान

डैम के लिए तालिबान सरकार के जनरल मुबीन ने धन जुटाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यह पानी हमारा खून है और हम अपने खून को अपनी नसों से बहने नहीं दे सकते। हमें अपनी पानी को रोकना होगा। इससे हमारी बिजली की जरूरतें पूरी होंगी और हम अपनी खेती में इस्तेमाल करके पैदावार बढ़ा सकते हैं। तालिबानी सरकार के जल एवं उर्जा मंत्रालय प्रवक्ता मतीउल्लाह आबिद ने बताया कि डैम का सर्वे और डिजाइन तैयार है। धन एकत्र किया जा रहा है।

45 मेगावाट बिजली उत्पादन का दावा

तालिबान सरकार ने दावा किया है कि कुनार नदी पर डैम बनने और प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद यहां 45 मेगावाट बिजली का प्रोडक्शन हो सकेगा। यही नहीं लगभग 1.5 लाख एकड़ खेती को सिंचाई के लिए पानी भी मिलेगा। सरकार का कहना है कि इससे उर्जा संकट और खाद्य सुरक्षा में सुधार की काफी संभावना है।

हिंदू कुश पर्वतों से निकलती है कुनार नदी

कुनार नदी अफगानिस्तान की प्रमुख नदी है। 480 किलोमीटर लंबाई की यह नदी हिंदू कुश पर्वतों से निकलती है और फिर पाकिस्तान के जलालाबाद के पास जाकर काबुल नदी में मिल जाती है। कुनार नदी, पाकिस्तान का प्रमुख जलस्रोत है। दोनों देशों के बीच काबुल या उसकी सहायक नदियों के बीच जल बंटवारे को लेकर कोई समझौता नहीं है। ऐसे में अगर अफगानिस्तान, कुनार नदी पर डैम बनवा लेता है तो पाकिस्तान को जलसंकट से गुजरना पड़ सकता है।