Phone Care Tips: मानसून में मोबाइल फोन की सुरक्षा के लिए अपनाएं ये आसान टिप्स। जानें बारिश में मोबाइल को पानी से कैसे बचाएं, भीग जाने पर क्या करें और किन उपायों से फोन को सुरक्षित रखा जा सकता है। मोबाइल की देखभाल के लिए पढ़ें पूरी गाइड।
भारत के कई शहरों में बादल जमकर बरस रहे हैं। ये सिर्फ गरमी से राहत ही नहीं देते बल्कि कई तरह की परेशानियां भी खड़ी कर देते हैं। हर कोई कही भी जाते समय फोन साथ ले जाता है। ऐसे में यदि मोबाइल पानी में भीग जाए तो आफत खड़ी हो सकती है। आप भी फोन को खराब होने के बचाना चाहते हैं तो यहां जानें मानसून में मोबाइल फोन की देखभाल से जुड़े कुछ आसान टिप्स जो काम बहुत आसान कर देंगे।
मोबाइल को बारिश से कैसे बचाएं ?
1) ऑफिस गोइंग या फिर अक्सर बाहर जाने वाले लोगों के पास वॉटरफ्रूफ पाउच या केस जरूर होना चाहिए। ये फोन को बारिश से बचाने के साथ फोन को सेफ करता है। आप जब भी इसे खरीदें, पीछे लिखी डिटेलिंग पढ़ें। जहां पर वेदर सील और आईपी रेटिंग होना जरूरी है। यदि किसी सिचुएशन में केस नहीं है तो आप काम चलाने के लिए जिपलॉक का इस्तेमाल करें।
2) यदि बारिश हो रही है तो फोन को अपने साथ ना ले जाएं। मोबाइल किसी सूखी, सेफ साइड में रखें। इसे आउटसाइड जेब और ओपन बैग में रखने से बचें। यदि हाथ गीला तो फोन को हाथ न लगाएं।
3) बहुत से लोग फोन गीला होने पर सीधे चार्जिंग पर लगा देते हैं। जो बहुत खतरनाक साबित हो सकता है। अगर फोन में नमी है तो इसे चार्जिंग पोर्ट से बिल्कुल दूर रखें। ये शॉर्ट सर्किट का कारण भी बन सकता है।
4) बारिश में फोन कॉल्स उठाने के लिए ब्लूटूथ या इयरबड्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये फोन को कनेक्ट करता है। जिससे बार-बार फोन बाहर नहीं निकालना पड़ेगा।
5) बारिश में फोन गीला हो गया है। तो नमी को हटाने के लिए हल्के, सूखे और लिंटफ्री कपड़े से फोन को पोंछे। खासकर पोर्ट्स और स्पीकर ग्रील की सफाई करें।
फोन में पानी जानें पर क्या करें ?
यदि बारिश में फोन भीग गया है तो उसे तुरंत बंद कर दें और कवर या केस लगा है तो उसे तुरंत हटा दें। फिर इसे सूखे कपड़े से हल्के-हल्के से पोंछे। बहुत से लोग फोन सुखाने के लिए हेयर ड्रायर या धूप का नुस्खा इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके इस्तेमाल से फोन खराब हो सकता है। ये करने की बजाय आप फोन को सिलिका जेल पैकेट्स में रख सकते हैं। ये नमी सोखता है। इसके बाद भी फोन चालू नहीं हो रहा है तो कस्टमर केयर या फिर कंपनी सेंटर से कॉन्टेक्ट करें।