योगी सरकार के वन स्टॉप सेंटर उपेक्षित महिलाओं को न्याय, काउंसिलिंग और कौशल प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बना रहे हैं। अब तक 2.39 लाख महिलाएं लाभान्वित हुईं, कई जज, डॉक्टर और प्रोफेशनल बनकर प्रदेश का नाम रोशन कर रही हैं।
लखनऊ। अपनों की उपेक्षा का शिकार हुई महिलाओं को जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार के वन स्टॉप सेंटर का सहारा मिला, तो उन्होंने अपने सपनों को नई ऊंचाइयां दीं। यह सच है कि जहां चाह होती है, वहां राह निकलती है। यही राह आज योगी सरकार का वन स्टॉप सेंटर समाज से उपेक्षित महिलाओं को दिखा रहा है।
लाखों महिलाओं को मिला आत्मनिर्भर बनने का अवसर
प्रदेश में लाखों महिलाएं वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से न केवल अपने जीवन को नई दिशा दे रही हैं, बल्कि उत्तर प्रदेश का नाम भी रोशन कर रही हैं। यह केंद्र आधी आबादी यानी महिलाओं के लिए प्रेरणा का मजबूत स्रोत बन चुका है। इसी तरह एक महिला, जिसने अपनों से उपेक्षित होकर वन स्टॉप सेंटर का सहारा लिया, अपनी लगन और मेहनत के बल पर बिहार पीसीएस-जे परीक्षा में सफल हुई और सबको चौंका दिया।
वन स्टॉप सेंटर में ट्रामा काउंसिलिंग की सुविधा
महिला कल्याण विभाग की डायरेक्टर संदीप कौर ने बताया कि डबल इंजन सरकार प्रदेश भर में अपनों से उपेक्षित और जरूरतमंद महिलाओं को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से हर संभव सहायता प्रदान कर रही है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में 94 वन स्टॉप सेंटर संचालित हो रहे हैं। बीते साढ़े आठ वर्षों में इन केंद्रों के माध्यम से 2.39 लाख महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाया गया और उन्हें आत्मनिर्भर बनाया गया।
न्याय के साथ आत्मनिर्भरता पर भी फोकस
डायरेक्टर ने बताया कि वन स्टॉप सेंटर में महिलाओं को केवल न्याय ही नहीं मिलता, बल्कि उनकी ट्रामा काउंसिलिंग भी कराई जाती है। जब महिलाएं मानसिक रूप से सामान्य हो जाती हैं, तो उन्हें योगी सरकार की विभिन्न योजनाओं से जोड़ा जाता है। इसके साथ ही महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न कोर्स की ट्रेनिंग दी जाती है और उन्हें कौशल विकास मिशन से जोड़ा जाता है।
कौशल विकास मिशन से बदली महिलाओं की जिंदगी
कौशल विकास मिशन के तहत लाखों महिलाओं और बेटियों को होटल मैनेजमेंट, मोबाइल रिपेयरिंग, ब्यूटी पार्लर, सिलाई-कढ़ाई सहित कई कोर्स की ट्रेनिंग दी गई है। ट्रेनिंग पूरी करने के बाद बड़ी संख्या में महिलाएं प्रति माह 15 से 20 हजार रुपये तक की आय अर्जित कर रही हैं।
नामी कंपनियों से मिल रही ट्रेनिंग और रोजगार
डायरेक्टर ने बताया कि कई बहुप्रतिष्ठित कंपनियां जैसे लेक्मे सैलून, स्टारबक्स और फाइव स्टार होटल्स भी महिलाओं को ट्रेनिंग दे रही हैं। इसका परिणाम यह है कि आज कई महिलाएं फाइव स्टार होटल्स, स्टारबक्स कॉफी हाउस और लेक्मे सैलून में कार्यरत हैं। वर्तमान में लखनऊ की एक बेटी फाइव स्टार होटल में सुपरवाइजर के पद पर कार्य कर रही है।
पीसीएस-जे और मेडिकल ऑफिसर बन रचा इतिहास
योगी सरकार के वन स्टॉप सेंटर बेटियों और महिलाओं को पढ़ाई जारी रखने के लिए भी हर जरूरी सुविधा उपलब्ध कराते हैं। इसी का नतीजा है कि लखनऊ की एक बेटी ने बिहार पीसीएस-जे परीक्षा में सफलता हासिल कर प्रदेश का नाम रोशन किया। इसके अलावा हाल ही में एक बेटी ने आयुष विभाग के होम्योपैथिक विंग में मेडिकल ऑफिसर के पद पर जॉइन किया है।
राष्ट्रीय स्तर पर मिला सम्मान
योगी सरकार द्वारा संचालित लखनऊ के वन स्टॉप सेंटर को वर्ष 2019 में उत्कृष्ट कार्य के लिए राष्ट्रपति द्वारा नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वहीं पिछले वर्ष 8 मार्च को राज्यपाल द्वारा भी लखनऊ के वन स्टॉप सेंटर को सम्मानित किया गया।


