मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी के अन्नपूर्णा ऋषिकुल ब्रह्मचर्याश्रम में लैपटॉप व सिलाई मशीन का वितरण किया। संस्कृत को बचाने व महिलाओं को स्वावलंबन की दिशा में मठ की सराहना की। सीएम ने पौधरोपण व गोसेवा भी की।

वाराणसी में सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्री अन्नपूर्णा ऋषिकुल ब्रह्मचर्याश्रम में लैपटॉप और सिलाई मशीन का वितरण कर नई ऊर्जा का संचार किया। सीएम ने कहा कि अगर शांति और सौहार्द कायम रखना है तो सभी को सनातन धर्म की आस्था में आना होगा, क्योंकि यही धर्म सामाजिक कल्याण और लोकमंगल का मार्ग प्रशस्त करता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सनातन धर्म को बचाने के लिए संस्कृत भाषा को प्रमुख माध्यम बनाना होगा। आने वाले समय में प्रदेश सरकार संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण पहल करेगी, जिसमें छात्रवृत्ति, आवास और प्रशिक्षण की सुविधाएं शामिल हैं। उन्होंने बताया कि संस्कृत अध्ययन से न केवल भारतीय संस्कृति की रक्षा होगी, बल्कि यह विश्व को जोड़ने वाली भाषा बनेगी।

मां अन्नपूर्णा की कृपा से दीपावली से पहले मिला उपहार

सीएम योगी ने बच्चों को लैपटॉप और सिलाई मशीन अपने हाथों से वितरित किए और पौधरोपण किया। उन्होंने बच्चों को बताया कि यह उपहार मां अन्नपूर्णा की कृपा से प्राप्त हुआ है। साथ ही बच्चों को कंप्यूटर का सही उपयोग करने और ज्ञान के उज्जवल मार्ग पर चलने की सलाह दी। मुख्यमंत्री ने अन्नपूर्णा मंदिर के कार्यों की भी सराहना की और कहा कि यह मठ समाज निर्माण को मजबूती दे रहा है और बालिकाओं को स्वावलंबन के पथ पर अग्रसर कर रहा है। उन्होंने भारतीय संस्कृति में नारी की गरिमा, सम्मान और सुरक्षा को सर्वोच्च स्थान बताते हुए कहा कि यह हमारी परंपरा का हिस्सा है।

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महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ें

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार तक नारी को आगे बढ़ाने के लिए निरंतर कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। सिलाई मशीन के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिल रही है। वस्त्र उद्योग में रोजगार के अवसर बढ़ाए जा रहे हैं, जिससे आने वाले समय में बड़ी संख्या में युवाओं को लाभ मिलेगा।

सीएम ने गोशाला का दौरा कर गायों को चारा, गुड़ और फल खिलाए। उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति में मां अन्नपूर्णा की विशेष महत्ता है, जिनकी कृपा से सभी को अन्न प्राप्त होता है। साथ ही उन्होंने भारतीय गोमाता पूजन और नंदी संरक्षण को भी सांस्कृतिक धरोहर बताया।

संस्कृत भाषा और वेदों का महत्व, कार्यक्रम में प्रमुख व्यक्तियों की उपस्थिति

मुख्यमंत्री ने कहा कि ऋग्वेद और महर्षि वाल्मीकि का संस्कृत में योगदान सर्वोपरि है। संस्कृत केवल भाषा नहीं बल्कि दिव्य ज्ञान की संजीवनी है। स्कूलों में संस्कृत शिक्षा और शोध को बढ़ावा देना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। इस अवसर पर श्री अन्नपूर्णा मंदिर के महंत शंकर पुरी जी महाराज, जगद्गुरु संतोषाचार्य जी महाराज, योगी सरकार के मंत्री रविंद्र जायसवाल, महापौर अशोक तिवारी, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।

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