सार
Noida electronics manufacturing hub: यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे 206 एकड़ में बनने वाले नए ई-क्लस्टर से नोएडा में रोजगार के ढेरों अवसर खुलेंगे। हैवेल्स समेत कई बड़ी कंपनियां करेंगी निवेश।
Yamuna Expressway e-cluster development: "उत्तर प्रदेश के विकास की रफ्तार अब इलेक्ट्रॉनिक्स के पंख लगाकर दौड़ने वाली है। यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे बनने वाला नया ई-क्लस्टर यूपी को तकनीक और रोजगार के नए मुकाम पर ले जाएगा।"
केंद्र सरकार ने यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (EMC) बनाने की योजना को मंजूरी दे दी है। इस परियोजना से न केवल नोएडा का चेहरा बदलेगा, बल्कि हजारों युवाओं के लिए नौकरी के अवसर भी खुलेंगे।
206 एकड़ में बनेगा इलेक्ट्रॉनिक्स का नया किला
उत्तर प्रदेश के नोएडा में यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे कुल 206 एकड़ भूमि पर यह ई-क्लस्टर विकसित किया जाएगा। यह प्रोजेक्ट केंद्र सरकार की EMC 2.0 योजना के तहत आ रहा है, जिसका मकसद यूपी को देश के बड़े इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण केंद्रों में से एक बनाना है।
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) के सेक्टर-10 में बनने वाला यह प्रोजेक्ट अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा।
अब नोएडा बनेगा 'जॉब फैक्ट्री', 30 हजार से ज्यादा रोजगार के अवसर
इस परियोजना से 11,000 से ज्यादा प्रत्यक्ष और 20,000 से अधिक अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर बनने की उम्मीद है। क्लस्टर के चालू होते ही नोएडा और आस-पास के इलाके में युवाओं के लिए रोजगार की बहार आ जाएगी।
800 करोड़ की मोटी इन्वेस्टमेंट, हैवेल्स बनेगा गेमचेंजर
- हैवेल्स एंकर इस ई-क्लस्टर में सबसे बड़ा निवेशक होगा।
- कंपनी को 50 एकड़ जमीन आवंटित होगी।
- 800 करोड़ रुपये के निवेश के साथ यहां घरेलू उपकरणों का निर्माण किया जाएगा।
- पहले चरण में ही 1000 से ज्यादा नौकरियां निकलने का अनुमान है।
- 2026 तक फैक्ट्री में उत्पादन शुरू हो जाएगा।
हैवेल्स यहां पंखे, एयर कंडीशनर, कूलर, स्विचगियर, केबल्स और लाइटिंग उत्पाद तैयार करेगी।
484 करोड़ की ताकत से संवरेंगे सड़क, पानी और बिजली के नेटवर्क
- केंद्र सरकार ने इस प्रोजेक्ट के लिए 144 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है।
- YEIDA खुद 340 करोड़ रुपये से सड़क, बिजली और जल आपूर्ति नेटवर्क मजबूत करेगा।
यह इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट को पूरी तरह से सपोर्ट करेगा और इंडस्ट्री को मजबूत आधार देगा।
31 जनवरी 2028, बदलेगा नोएडा का नक्शा!
अधिकारियों के मुताबिक, 31 जनवरी 2028 तक यह पूरा ई-क्लस्टर तैयार हो जाएगा। योजना को तेजी से पूरा करने के लिए चरणबद्ध तरीके से काम किया जाएगा।
यूपी को मिलेगी टेक्नोलॉजी की नई पहचान
- नोएडा और यूपी का आर्थिक ग्राफ बढ़ेगा।
- इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग का नया हब बनकर उभरेगा।
- आधुनिक बुनियादी ढांचे से ग्लोबल कंपनियों को आकर्षित किया जाएगा।
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