UPMSP Attendance app: उत्तर प्रदेश के माध्यमिक स्कूलों में अब छात्रों और शिक्षकों की हाजिरी ऑनलाइन होगी। 'UPMSP Attendance' ऐप के जरिए स्कूल परिसर से ही उपस्थिति दर्ज करनी होगी।

UP secondary school online attendance: उत्तर प्रदेश में ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद मंगलवार से सभी माध्यमिक विद्यालय खुल गए हैं। इस बार स्कूल खुलने के साथ ही छात्रों और शिक्षकों को एक नई व्यवस्था का सामना करना पड़ेगा। अब प्रदेश के सभी माध्यमिक स्कूलों में छात्र-छात्राओं और कार्यरत शिक्षकों की उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज की जाएगी। यह आदेश मेरठ समेत प्रदेश के सभी 75 जिलों में लागू कर दिया गया है और इसका पालन अनिवार्य होगा।

ऑनलाइन उपस्थिति के लिए विशेष पोर्टल और मोबाइल ऐप तैयार

माध्यमिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश के निर्देश पर एक विशेष पोर्टल और मोबाइल एप्लीकेशन 'UPMSP Attendance' तैयार किया गया है। इसके माध्यम से कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों और शिक्षकों की प्रतिदिन उपस्थिति दर्ज की जाएगी। परिषद सचिव भगवती सिंह ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को आदेश जारी कर स्पष्ट कर दिया है कि अब उपस्थिति दर्ज करने की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन होगी।

कैसे होगी उपस्थिति दर्ज?

  1. प्रत्येक विद्यालय को परिषद की वेबसाइट upmsp.edu.in के होम पेज पर दिए गए लिंक या मोबाइल ऐप 'UPMSP Attendance' के माध्यम से लॉगिन करना होगा।
  2. विद्यालय की वर्तमान लॉगिन आईडी और पासवर्ड से ऐप या वेबसाइट में प्रवेश किया जाएगा।
  3. छात्र-छात्राओं को उनके वर्गों (सेक्शन A, B, C, D) के अनुसार सूचीबद्ध किया जाएगा।
  4. उपस्थिति दर्ज करते समय यदि कोई छात्र या शिक्षक अवकाश पर है, तो कारण और अवकाश का प्रकार भी अंकित करना अनिवार्य होगा।

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विद्यालय परिसर से ही होगी एंट्री

परिषद सचिव ने स्पष्ट किया है कि उपस्थिति की एंट्री केवल स्कूल परिसर से ही की जा सकेगी। इसका उद्देश्य छात्रों और शिक्षकों की नियमितता सुनिश्चित करना, डेटा की पारदर्शिता बनाए रखना और अनुशासन को मजबूत करना है। सभी प्रधानाचार्यों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस व्यवस्था का सख्ती से पालन करें और किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए।

क्या होगा इस बदलाव का असर?

इस नई व्यवस्था से न केवल उपस्थिति की निगरानी आसान होगी बल्कि स्कूलों की कार्यप्रणाली में भी पारदर्शिता आएगी। शिक्षक और विद्यार्थी समय पर स्कूल आएंगे, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा। इसके साथ ही यह कदम डिजिटल ट्रैकिंग और शिक्षा व्यवस्था में तकनीकी एकीकरण की दिशा में एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है।

अब उत्तर प्रदेश के माध्यमिक स्कूलों में न तो हाजिरी लगाने में लापरवाही चलेगी और न ही फर्जी उपस्थिति की संभावना रहेगी। यह डिजिटल कदम शिक्षा व्यवस्था को अधिक सुदृढ़, पारदर्शी और जवाबदेह बनाने की दिशा में एक सशक्त प्रयास है।

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