school chalo abhiyan 2025: 1 जुलाई से स्कूल खुलेंगे, बच्चों का स्वागत खीर-पूड़ी से होगा। 'स्कूल चलो अभियान' से घर-घर शिक्षा की पुकार पहुंचेगी और ४५ लाख बच्चों को मिलेंगी नई किताबें।
UP school reopening date: गर्मी की तपिश के बाद अब स्कूलों की रौनक लौटने वाली है। 1 जुलाई 2025 से प्रदेश के सभी बेसिक और माध्यमिक विद्यालयों में नए शैक्षिक सत्र की शुरुआत होने जा रही है। इस मौके को खास बनाने के लिए सरकार ने कई तैयारियां की हैं, बच्चों का स्वागत पारंपरिक रोली-चंदन से किया जाएगा, स्कूलों को सजाया जाएगा और पहले दिन विशेष मिड-डे मील में खीर-हलवा परोसा जाएगा।
स्कूल चलो अभियान: अब हर घर पहुंचेगी शिक्षा की पुकार
1 जुलाई से 15 जुलाई तक पूरे प्रदेश में 'स्कूल चलो अभियान' का दूसरा चरण चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत शिक्षक, विद्यालय प्रबंधन समिति (SMC) और "मां समूह" की महिलाएं घर-घर जाकर बच्चों को स्कूल में नामांकन कराने के लिए प्रेरित करेंगी। सरकार ने इस अभियान के लिए प्रत्येक जिले को दो लाख रुपये का बजट भी आवंटित किया है। इस अभियान का खास फोकस उन बच्चियों पर रहेगा जो घरेलू या सामाजिक कारणों से स्कूल से दूर हैं।
45 लाख से अधिक बच्चों को मिलेंगी नई किताबें
बेसिक शिक्षा विभाग ने नए सत्र की शुरुआत के साथ ही कक्षा 1 से 3 तक के बच्चों को निःशुल्क पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध कराने की योजना पूरी कर ली है।
- 45 लाख से अधिक बच्चों को पहली जुलाई से ही किताबें उपलब्ध कराई जाएंगी।
- बच्चों को पहले से DBT के ज़रिए ड्रेस और अन्य मदों के लिए राशि भेजी जा चुकी है।
- शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह बघेल ने निर्देश दिया है कि बच्चे स्कूल यूनिफॉर्म में ही आएं, यह सुनिश्चित किया जाए।
स्कूलों को सजाया जाएगा, मिलेगा विशेष मिड-डे मील
बेसिक शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार:
- सभी स्कूलों को स्वागत योग्य रूप से सजाया जाएगा।
- पहले दिन मिड-डे मील में खीर, हलवा, पूड़ी जैसे व्यंजन परोसे जाएंगे।
- बच्चों को शिक्षा के साथ एक सकारात्मक और उत्सवपूर्ण माहौल देने की तैयारी पूरी है।
माध्यमिक विद्यालय भी खुलेंगे, बदले समय के साथ
माध्यमिक शिक्षा विभाग से जुड़े स्कूलों में भी 1 जुलाई से शिक्षण कार्य फिर शुरू होगा।
- कक्षाएं सुबह 7:30 से दोपहर 1:30 तक संचालित होंगी।
- 30 जून तक माध्यमिक विद्यालयों में गर्मी की छुट्टियां थीं।
समर कैंप बना आकर्षण का केंद्र
इस बार पहली बार सरकार ने गर्मी की छुट्टियों में समर कैंप का आयोजन किया, जिसमें बच्चों के बहुमुखी विकास के लिए कई गतिविधियां करवाई गईं।
- इसमें खेल, कला, संगीत, और व्यवहारिक विज्ञान जैसी गतिविधियों को बढ़ावा दिया गया।
- समर कैंप का यह प्रयास बच्चों में नवाचार और आत्मविश्वास को बढ़ाने वाला साबित हुआ।
अब तक 1.40 करोड़ बच्चों का हो चुका है नामांकन
बेसिक शिक्षा विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, इस अभियान और नामांकन प्रयासों के चलते अब तक प्रदेश के विद्यालयों में 1.40 करोड़ से अधिक बच्चों का नामांकन हो चुका है।सरकार का लक्ष्य इस संख्या को और आगे ले जाना है ताकि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे।
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