11 साल के अनुज की चाकू से 12 वार कर नृशंस हत्या… आंखों और प्राइवेट पार्ट पर भी हमला! आम तोड़ने की सजा या पुरानी रंजिश? गांव में दहशत, मां-बेटियों की चीखें और पुलिस के घेरे में कई राज़... क्या कातिल पकड़ा जाएगा?

Etah Crime News: उत्तर प्रदेश के एटा ज़िले के गांव आलमपुर से एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है, जिसने हर किसी की रूह कंपा दी है। गांव के आम के बाग में शौच के लिए गए तीन बच्चों में से एक 11 वर्षीय अनुज की बेरहमी से हत्या कर दी गई। हमलावर ने चाकू से 12 बार वार किए और पत्थर से भी हमला किया। अब तक हत्यारे का सुराग नहीं लग सका है लेकिन पुलिस जांच में कई सस्पेंसफुल एंगल सामने आए हैं।

चाकू के 12 वार, आंख और प्राइवेट पार्ट पर भी हमला  

अनुज के शरीर पर चाकू से किए गए हमलों के गहरे निशान पाए गए। चेहरे, गले, पेट, आंखों और प्राइवेट पार्ट पर हुए वार ने पुलिस और परिजनों को हिला दिया। यह हमला इतनी बेरहमी से किया गया था कि मासूम की मौके पर ही मौत हो गई।

 बाग में हमलावर ने दो अन्य बच्चों को भी किया घायल

बुधवार सुबह अनुज अपने दो दोस्तों के साथ गांव के आम के बाग में शौच के लिए गया था। तभी अचानक एक अज्ञात हमलावर ने तीनों पर चाकू से हमला कर दिया। घायल बच्चे किसी तरह भाग निकले और गांव में आकर घटना की जानकारी दी। जब तक लोग पहुंचे, हमलावर अनुज को मौत के घाट उतार कर फरार हो चुका था।

रंजिश या आम बाग से आम तोड़ने का विवाद?  

पुलिस को शक है कि यह हत्या या तो किसी पुरानी पारिवारिक रंजिश का परिणाम है या बाग से आम तोड़ने के विवाद को लेकर हुई है। इन दोनों पहलुओं को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने बाग मालिक और पास के खेत के मालिक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। साथ ही परिवार से जुड़े एक सदस्य को भी संदिग्धों की सूची में रखा गया है।

गांव में पहले भी हुआ था बाग विवाद 

गांव के ही बबलू नामक युवक ने बताया कि कुछ दिन पहले वह भी उसी बाग में आम उठाने गया था, तब 4 लोगों ने उसे चाकू दिखाकर धमकी दी थी। यही नहीं, पड़ोसी गांव नगला नथा में भी आम बाग को लेकर विवाद और जान से मारने की धमकी की बात सामने आई है। इससे शक और गहरा गया है कि अनुज की हत्या इन्हीं विवादों से जुड़ी हो सकती है।

गांव में डर का माहौल, बागों की निगरानी बढ़ाने की मांग

अनुज की हत्या के बाद पूरा गांव दहशत में है। लोग अपने बच्चों को बागों में भेजने से डरने लगे हैं। ग्रामीणों ने पुलिस से मांग की है कि बागों की रखवाली करने वालों पर विशेष नजर रखी जाए और रात में गश्त बढ़ाई जाए।

मां की चीख-पुकार और बहनों का विलाप: "अब किसे राखी बांधेंगे?"

अनुज अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। पिता सुनील दिल्ली में मजदूरी करते हैं और दो दिन पहले ही गांव आए थे। मां मिथलेश गांव में खेतों में काम करके बच्चों का पालन करती थीं। अनुज की तीन बहनें – सानिया, निशू और अंशुल – भाई की मौत के बाद बार-बार यही सवाल कर रही हैं, “अब हम किसे राखी बांधेंगे?” मां मिथलेश बेटे को पुकारती रहीं और कई बार बेहोश हो गईं।

 मिले कुछ अहम सुराग, जल्द होगा खुलासा: एएसपी

एएसपी राजकुमार सिंह ने बताया कि पुलिस को कुछ ठोस सुराग हाथ लगे हैं। घायल बच्चों के बयानों और घटनास्थल से मिले सबूतों के आधार पर जल्द ही हत्या का खुलासा किया जाएगा। हमलावर की तलाश की जा रही है और सभी संदिग्धों से गहन पूछताछ जारी है।