Up News: समाजवादी पार्टी ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में तीन विधायकों को निष्कासित कर दिया है। इन विधायकों ने राज्यसभा चुनाव में बगावत की थी। सपा ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी।
UP Politics: समाजवादी पार्टी ने तीन विधायकों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। तीनों पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। सपा ने तीनों विधायकों पर की गई कार्रवाई की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट की है।
सपा के किन विधायकों को मिली सजा?
समाजवादी पार्टी द्वारा निष्कासित किए गए तीन विधायकों में गोसाईगंज से विधायक अभय सिंह, गौरीगंज से विधायक राकेश प्रताप सिंह और रायबरेली जिले की ऊंचाहार सीट से विधायक मनोज कुमार पांडेय शामिल हैं।
सपा ने पोस्ट की जानकारी
समाजवादी पार्टी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा, "समाजवादी सामंजस्यपूर्ण सकारात्मक विचारधारा की राजनीति के खिलाफ विभाजनकारी नकारात्मकता और किसान, महिला, युवा, व्यापारी, नौकरीपेशा और 'पीडीए विरोधी' विचारधारा का समर्थन करने के कारण इन विधायकों को पार्टी से निष्कासित किया जाता है। लिखा गया कि आप जहां भी रहें, भरोसेमंद बने रहें।"
बागियों को संदेश
आगे लिखा गया, "इन लोगों को हृदय परिवर्तन के लिए दी गई मोहलत अब पूरी हो चुकी है। इतना ही नहीं, सपा ने पार्टी में मौजूद कई अन्य बागियों को भी संदेश देते हुए लिखा कि अच्छे आचरण के कारण बची हुई मोहलत अब पूरी हो रही है। भविष्य में भी पार्टी में 'जनविरोधी' लोगों के लिए कोई जगह नहीं होगी और पार्टी की मूल विचारधारा के खिलाफ की गई गतिविधियों को हमेशा अक्षम्य माना जाएगा।"
राज्यसभा चुनाव में बगावत
दरअसल, पिछले साल यूपी में 10 सीटों पर राज्यसभा चुनाव हुए थे। नंबर गेम के हिसाब से 7 सीटें भाजपा और 3 सपा को मिल सकती थीं, लेकिन सपा के 7 विधायकों ने बगावत कर भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में वोट दिया। सपा के इन तीनों विधायकों ने भी राज्यसभा चुनाव के दौरान बगावत की थी। तीनों ने पार्टी लाइन से अलग हटकर भाजपा के आठवें उम्मीदवार संजय सेठ के पक्ष में वोट दिया था। इन विधायकों के अलावा विनोद चतुर्वेदी, पूजा पाल, आशुतोष मौर्य और राकेश पांडेय ने भी क्रॉस वोटिंग की थी।