सीतापुर में 14 साल पुरानी रंजिश ने खूनी रूप ले लिया। पिता की हत्या का बदला लेने के लिए युवक ने अपने पट्टीदार और उसके बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी। खेत की मेड़ से शुरू विवाद डबल मर्डर में बदला, गांव में पुलिस बल तैनात।

उत्तर प्रदेश के सीतापुर में शुक्रवार की शाम बदले की आग ने ऐसा रूप लिया कि दो जिंदगियां पल भर में खत्म हो गईं। 14 साल से सुलग रही रंजिश आखिरकार गोलियों की गूंज में बदल गई। पिता की हत्या का बदला लेने के लिए एक युवक ने अपने ही पट्टीदार और उसके बेटे को मौत के घाट उतार दिया। इस दोहरे हत्याकांड से पूरे इलाके में दहशत और सनसनी फैल गई है।

खेत की मेड़ से शुरू हुआ विवाद, गोलियों पर खत्म हुआ

यह सनसनीखेज वारदात सीतापुर के इमलिया सुल्तानपुर थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव की है। जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार देर शाम खेत की मेड़ को लेकर कहासुनी हुई। विवाद इतना बढ़ गया कि गांव के ही रहने वाले रामू ने अपने पट्टीदार छोटे खान उर्फ अख्तर की कनपटी पर तमंचा सटाकर गोली मार दी। गोली की आवाज सुनते ही अख्तर का बेटा मैसर खान जान बचाने के लिए भागा, लेकिन आरोपी ने उसे दौड़ाकर गोली मार दी। मौके पर ही दोनों की मौत हो गई।

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सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर, गांव में भारी फोर्स तैनात

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक दूसरे समुदाय से थे, ऐसे में किसी भी तरह के सांप्रदायिक तनाव की आशंका को देखते हुए गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। मृतकों की पहचान छोटे खान उर्फ अख्तर और उनके बेटे मैसर खान के रूप में हुई है, जबकि मुख्य आरोपी की पहचान गांव के ही निवासी रामू के रूप में की गई है।

2011 से चली आ रही थी खून की दुश्मनी

पुलिस जांच में सामने आया है कि इस हत्याकांड की जड़ें 14 साल पुरानी हैं। साल 2011 में हरगांव क्षेत्र में रामू के पिता ठाकुर प्रसाद की हत्या हुई थी। इस मामले में अख्तर, मैसर और अन्य लोगों के नाम आरोपी के तौर पर सामने आए थे। इसके बाद साल 2020 में ठाकुर प्रसाद के बेटे संतोष की भी हत्या कर दी गई थी, जिसमें भी इन्हीं लोगों पर आरोप लगे थे। तभी से दोनों पक्षों के बीच रंजिश गहराती चली जा रही थी।

पुलिस को दी गई तहरीर में क्या कहा गया

मैसर खान के बेटे शमशाद खान ने पुलिस को दी तहरीर में आरोप लगाया कि रामू, उसके हिस्ट्रीशीटर ससुर शिवपूजन और अन्य लोगों ने उसके दादा को घेरकर गोली मारी। जब उसके पिता मैसर खान जान बचाकर भागने लगे तो आरोपियों ने उन्हें दौड़ाकर पकड़ लिया और गोली मार दी।

एसपी ने संभाला मोर्चा, 5 टीमें गठित

घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी अंकुर अग्रवाल स्वयं मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल की। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पांच पुलिस टीमों का गठन किया गया है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

इलाके में दहशत, पुलिस अलर्ट

दोहरे हत्याकांड के बाद फतेहपुर गांव और आसपास के इलाकों में तनाव का माहौल है। पुलिस लगातार गश्त कर रही है और स्थिति पर नजर बनाए हुए है। इस खून-खराबे ने एक बार फिर दिखा दिया है कि पुरानी दुश्मनी जब बदले की आग बन जाती है, तो उसका अंजाम कितना खौफनाक हो सकता है।

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