Shivratri Holiday in Noida: नोएडा में 23 जुलाई 2025 को शिवरात्रि के अवसर पर सभी सरकारी कार्यालय और स्कूल बंद रहेंगे। भारी संख्या में कांवड़ियों के आगमन को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा और ट्रैफिक के विशेष इंतजाम किए हैं।

Kanwar Yatra Noida 2025: सावन शिवरात्रि (23 जुलाई 2025) पर इस बार नोएडा की सड़कें आस्था के रंग में रंगी दिखेंगी। कांवड़ियों की संभावित भीड़ को देखते हुए ज़िलाधिकारी मनीष वर्मा ने आदेश जारी किया है कि बुधवार 23 जुलाई को जिले के सभी सरकारी कार्यालय और स्कूल बंद रहेंगे। 24 जुलाई को कामकाज सामान्य रूप से फिर शुरू होगा।

क्यों लिया गया अचानक छुट्टी का फ़ैसला?

हर साल सावन में गंगाजल लेकर लौटने वाले लाखों शिवभक्त दिल्ली‑एनसीआर में दाख़िल होते हैं। नोएडा‑ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे, कालिंदी कुंज और चिल्ला बॉर्डर ऐसे प्रमुख मार्ग हैं, जहां भीड़ सबसे ज़्यादा रहती है। प्रशासन का तर्क है कि छुट्टी से न सिर्फ राहगीरों की परेशानी घटेगी, बल्कि श्रद्धालुओं के जत्थों को भी सुगम मार्ग मिलेगा।

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कांवड़ियों के लिए कौन‑कौन से इंतज़ाम हुए?

  • विशेष यातायात योजना: मुख्य मार्गों पर आस्थाई बैरिकेड, मार्ग‑परिवर्तन और रूट डायवर्ज़न के संकेत पहले ही लगा दिए गए हैं।
  • सेवा कैंप: जलसेवा, प्राथमिक उपचार और मोबाइल टॉयलेट की व्यवस्था जगह‑जगह की गई है।
  • ड्रोन से निगरानी: भीड़भाड़ वाले चौराहों पर ड्रोन कैमरों से रीयल‑टाइम मॉनिटरिंग होगी।

 क्या ट्रैफिक पर पड़ेगा सीधा असर?

ट्रैफिक पुलिस ने चेताया है कि शिवरात्रि की सुबह से देर रात तक नोएडा‑ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे और दिल्ली सीमा से सटे रास्तों पर धीमी रफ्तार या जाम की आशंका है। गैर‑जरूरी यात्रा से बचने और वैकल्पिक रूट अपनाने की सलाह जारी की गई है।

सुरक्षा का खाका इतना बड़ा क्यों?

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरे पश्चिमी यूपी में कांवड़ यात्रा पर व्यक्तिगत निगरानी रखी है। मेरठ रेंज—जिसमें मेरठ, बुलंदशहर, बागपत और हापुड़ जिलों के अलावा नोएडा‑ग्रेटर नोएडा भी आते हैं—में 15 हज़ार से ज़्यादा पुलिसकर्मी तैनात हैं। रेंज स्तर पर 57 ज़ोन और 155 सेक्टर बनाकर प्रभारी अफसर नियुक्त किए गए हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति का तुरंत समाधान हो।

 छुट्टी का सीधा फायदा किसे?

  • स्कूल‑कॉलेज: छात्र‑छात्राओं और अभिभावकों को यात्रा से जुड़ी ट्रैफिक दिक्कतों से राहत।
  • कार्यालय: कर्मचारी लंबी देरी से बचेंगे, प्रशासन को भीड़ प्रबंधन में सहूलियत मिलेगी।
  • कांवड़ यात्री: भीड़भाड़ और धक्का‑मुक्की कम होगी, सुरक्षा बल मार्ग खाली रख सकेंगे।

 क्या करें, क्या न करें?

  1. जरूरी हो तभी निकलें; यात्रा से पहले ट्रैफिक अपडेट जांचें।
  2. कांवड़‑मार्गों पर वाहन धीरे चलाएं और निर्धारित रूट डायवर्ज़न का पालन करें।
  3. अफवाहों से बचें, किसी आकस्मिक स्थिति में 112 या पुलिस सहायता केंद्र से संपर्क करें।

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