देवर विजय ने मलकपुर गांव की रहने वाली कश्यप बिरादरी की युवती पूनम से कोर्ट मैरिज की थी। उसके पति कश्यप बिरादरी की युवती से कोर्ट मैरिज करने से नाराज थे और एक बार देवर को धमका भी था।
आगरा (Uttar Pradesh). यूपी के आगरा में करीब 10 महीने पहले हुई महिला और उसकी 2 बच्चियों की मौत का खुलासा हो गया है। पुलिस ने कोर्ट में मामले की फाइनल रिपोर्ट दाखिल कर दी है। हैरान करने वाली बात ये है कि तीनों की मौत का कारण गीजर है।
नागरिकता कानून, एनआरसी और अब एनपीआर यानी नेशनल पापुलेशन रजिस्टर को लेकर अखिलेश यादव ने मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, एनपीआर भी एनआरसी के जैसे है।
मौसम विभाग के मुताबिक अभी कुछ दिनों तक ठंड से राहत नहीं मिलेगी। 10 जनवरी के बाद से ही हालात में कुछ सुधार होने की उम्मीद है।
अयोध्या फैसले पर पुनर्विचार याचिका होने के बाद अब मुस्लिम पक्ष सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन दाखिल करने की तैयारी कर रहा है। साथ ही बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी कोर्ट में प्रार्थना पत्र दाखिल कर बाबरी मस्जिद के मलबे को मुसलमानों को सौंपने की गुजारिश करेगा।
आगरा (Uttar Pradesh). यूपी के आगरा में नागरिकता कानून के विरोध में हुए प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने उपद्रवियों की पहचान करने और उनी हर मूवमेंट पर नजर रखने के लिए अनोखी तरकीब निकाली थी। एक दरोगा ने भेष बदलकर संवेदनशील इलाके में संदिग्धों पर नजर रखी। इसके लिए उन्होंने अपनी मूंछे कटवा दी। गंदे कपड़े पहनें और ठेले पर घूम-घूमकर केले बेचे। हैरानी की बात तो ये है कि उनके साथ काम करने वाले पुलिसकर्मी भी उन्हें नहीं पहचान सके। दरोगा की इस काम की जानकारी विभाग के एक अफसर को थी। सोशल मीडिया इस इस दरोगा की केले बेचते फोटो और वीडियो वायरल हो रहा है।
हंजल अंसारी ने करीब दो साल पहले नूरजहां से शादी की थी, जबकि वो पहले से शादी शुदा था। पीड़िता नूरजहां ने जब इस मामले में पति से बात करनी चाही तो उसने उसको मारा पीटा और तीन बार तलाक कहकर रिश्ता तोड़ लिया।
बीएचयू में नागरिकता कानून और एनआरसी का विरोध कर रहे छात्रों की गिरफ्तारी के बाद अब प्रोफेसर्स उनके समर्थन में उतर आए हैं। बीएचयू और इससे सम्बद्ध कॉलेज के करीब 51 प्रोफेसरों ने सीएए और एनआरसी के विरोध में हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है।
पहले मेला क्षेत्र में लगने वाले हेलोजन की वजह से बिजली की खपत ज्यादा होती थी। इसलिए इस साल पूरी तरह से एलईडी फिटिंग रहेगी। इमरजेंसी सेवाओं के लिए 24 घंटे आपूर्ति की जाएगी। जबकि रात में स्ट्रीट लाइट जलेगी। इससे करीब दो करोड़ रुपये की बचत होगी।
नागरिकता कानून के विरोध में यूपी में एक ओर जहां पुलिसवालों पर पत्थर फेंके जा रहे थे। वहीं, कुछ लोग ऐसे भी थे जिन्हें इन पुलिसवालों की फिक्र भी थी। सोशल मीडिया पर हिंसा के दौरान कुछ पुलिसकर्मियों की मदद करने की एक पोस्ट वायरल हो रही है।