समाजवादी पार्टी ने लोकसभा और राज्यसभा में भी सीएए का विरोध किया था। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को लेकर भी अपना विरोध दर्ज कर चुके हैं। वह यहां तक कह चुके हैं कि जनसंख्या स्कीम से जुड़े कोई भी दस्तावेज नहीं भरेंगे।
सीएम ने कहा कि सीएए के नाम पर कांग्रेस, सपा, वामपंथी दल और कई संगठन दुष्प्रचार में लगे हैं। भारत में रहकर भारत के खिलाफ साजिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विपक्ष के इस रवैये से दुश्मनों के हौसले बुलंद हैं
देश में अन्य स्थानों पर भी ऊंचे झंडे लहरा रहे हैं। यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो ऊंचाई की दृष्टि से गोरखपुर का नौंवा स्थान होगा। बता दें कि उत्तर प्रदेश का में सबसे ऊंचा 211 फीट का तिरंगा इस समय गाजियाबाद के मुखर्जी पार्क में लगा है।
एक दिन पहले सुबह दोनों अपने अपने छत पर मौजूद थे। उसी दौरान दोनों के बीच मोबाइल फोन से कुछ बातचीत हुई। मोबाइल से बात करने के बाद युवक ने नशे के लिए कई गोलियां खा ली थी। होश आने पर इस वारदात को अंजाम दिया।
यूपी के डीजीपी ओपी सिंह 31 जनवरी को रिटायर हो रहे हैं। इसी के साथ अब प्रदेश पुलिस के नए मुखिया की खोज भी तेज हो गई है। सूत्रों के अनुसार आईपीएस देवेन्द्र सिंह चौहान (डीएस चौहान) का नाम लगभग तय हो चुका है। हालांकि, अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
यूपी के अंबेडकरनगर में प्राथमिक विद्यालय में क्लास 2 की छात्रा की अलमारी गिरने से मौत हो गई। वहीं, मासूम की मौत के बाद नाराज ग्रामीणों ने हेडमास्टर समेत शिक्षकों की पिटाई कर उन्हें बंधक बना लिया।
48 वर्षीय महिला के चार बेटे और तीन बेटियां हैं। तीन बेटों और एक बेटी की शादी भी हो चुकी है। पांच नाती हैं। दो वर्ष पहले महिला को पड़ोस में रहने वाले 22 वर्षीय युवक से इश्क हो गया। पति और बच्चों को भी उनकी हरकतों की जानकारी हो गई। अब दोनों शादी करने पर अड़े थे।
यूपी के चंदौली से पकड़े गए आईएसआई एजेंट राशिद ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। 3 दिन से पुलिस कस्टडी रिमांड पर उसने भारत से गोपनीय सूचनाएं निकलवाने के लिए पाकिस्तान के हथकंडों के बारे में बताया।
अंग्रेजों के खिलाफ आजाद हिंद फौज बनाने वाले सुभाष चंद्र बोस जी की 23 जनवरी को 123वीं जयंती है। इनका जन्म 23 जनवरी 1897 को उड़ीसा के कटक में हुआ था। हालांकि, इनकी मौत आज तक रहस्य बनी हुई है। लेकिन उनकी मौत आज भी एक रहस्य है।
देश में कोई भी राज्य सीएए को लागू होने से नहीं रोक सकता है। अगर कुछ राज्य सरकारें इसमें अड़चन लगाएंगी तो संत अपने यहां शिविर लगाकर बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आए शरणार्थियों से नागरिकता फार्म भरवाएंगे।