नए साल की भीड़ के चलते काशी विश्वनाथ मंदिर में स्पर्श दर्शन पर रोक लगा दी गई है। यह प्रतिबंध 25 दिसंबर से 3 जनवरी तक लागू रहेगा। इस दौरान VIP दर्शन भी बंद है ताकि सभी को सुगम दर्शन मिल सके।
वाराणसी। द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से सबसे प्रधान ज्योतिर्लिंग काशी विश्वनाथ माना जाता है। नए साल के अवसर पर लोग काशी विश्वनाथ का दर्शन कर शुरुआत करना चाहते हैं। जिसको लेकर काशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं की संख्या लगातार दर्शन के लिए संख्या बढ़ रही है। इसको लेकर काशी विश्वनाथ न्याय परिषद द्वारा एक बड़ा फैसला लिया गया है। काशी विश्वनाथ धाम में आज 25 दिसंबर से स्पर्श दर्शन पर रोक लगा दी गई है। इस दौरान वीआईपी, प्रोटोकॉल इत्यादि पर भी रोक रहेगी।
इस वजह से मंदिर समीति ने लिया बड़ा फैसला
- काशी विश्वनाथ के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ( CEO) विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि नए साल गेगोरियल कैलेंडर ने अनुसार मनाया जाएगा। इसको लेकर छुट्टियों का समय भी चल रहा है इसको देखते हुए काशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं की अप्रत्याशित भीड़ देखने को मिला है। इस बड़ी हुई संख्या को देखते हुए को श्रद्धालुओं को सुगमता से दर्शन करने के लिए कुछ बड़े फैसले लिए गए हैं। इसके अंतर्गत विशेष सुविधाएं प्रदान किया जाना। इसके तहत किसी प्रकार का विशिष्ट फोटो कॉल स्वीकार कर पाना नहीं हो पा रहा है।
- विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि इसके साथ ही हमारा प्रोटोकॉल स्टैंडर्ड लगा रहता है। बैरिकेटिंग भी की गई हुई है। इसके अंतर्गत लोगों को और एंड टू एंड झांकी दर्शन की सुविधा प्रदान की जा रही है। उन्होंने आगे निवेदन किया है कि सभी श्रद्धालुओं से निवेदन है कि मंदिर न्यास का सहयोग करें। जिससे सुविधा पूर्वक और सुगमता से सभी का दर्शन हो सके।
नए साल में काशी आएंगे 5 भक्त
मंदिर न्यास द्वारा लोगों ने बताया कि नए साल के दौरान पांच लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए काशी पहुंच सकते हैं।दर्शन व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने और सुरक्षा के मद्देनज़र 25 दिसंबर से 3 जनवरी तक स्पर्श दर्शन पर पूर्ण रूप से रोक लगा दी गई है।
विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद रिकॉर्ड तोड़ दर्शन हुए
श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद लगातार श्रद्धालुओं के दर्शन करने की संख्या बढ़ रही है।इसके तहत देश के कोने-कोने से लोग बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए वाराणसी पहुंच रहे हैं। धार्मिक पर्यटन में बढ़ोतरी के चलते काशी सहित अन्य प्रमुख तीर्थ स्थलों पर भी भारी भीड़ देखी जा रही है।


