सार
कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट कराना पड़ा जानलेवा! इंजीनियर की मौत के बाद फरार हुई डॉक्टर अनुष्का, क्लीनिक पर ताला, बोर्ड गायब। दो मौतें, कई सवाल… आखिर क्या छुपा है इंपायर क्लीनिक की दीवारों के पीछे? पुलिस भी हैरान!
Kanpur Hair Transplant Death: अगर आप हेयर ट्रांसप्लांट कराने की योजना बना रहे हैं और बेहतर चिकित्सक की तलाश कर रहे हैं तो इस खबर को जरूर पढ़ लीजिएगा, क्योकि मासूम सी दिखने वाली एक महिला चिकित्सक की लापरवाही 32 साल के एक इंजिनियर का काल बन गई। कानुपर की इस घटना में हेयर ट्रांसप्लांट कराने वाले एक और इंजीनियर की मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया है। फर्रुखाबाद निवासी 32 वर्षीय इंजीनियर मयंक कटियार की मौत इंपायर क्लीनिक में इलाज के बाद हो गई। इससे पहले इसी क्लिनिक से इलाज कराने पर पनकी पावर हाउस के सहायक अभियंता विनीत दुबे की मौत हुई थी।
इंपायर क्लीनिक में कराया इलाज, रात में शुरू हुआ सिरदर्द
मृतक मयंक के परिवार ने बताया कि उसने 18 नवंबर 2023 को केशवपुरम स्थित इंपायर क्लीनिक से हेयर ट्रांसप्लांट कराया था। क्लीनिक चलाने वाली डॉ. अनुष्का तिवारी ने दोपहर दो बजे तक मयंक को रखा और फिर घर भेज दिया। लेकिन रात 12 बजे से मयंक के सिर में असहनीय दर्द शुरू हो गया।
इंजेक्शन और पट्टी ढीली करने की सलाह, नहीं मिला आराम
दर्द बढ़ने पर जब परिवार ने डॉक्टर से संपर्क किया, तो उन्होंने इंजेक्शन लेने और पट्टी ढीली करने की सलाह दी। पर दर्द कम होने की बजाय मयंक का चेहरा सूज गया और सीने में तेज दर्द उठा। स्थानीय चिकित्सक ने हार्ट अटैक की संभावना नकार दी और उन्हें दोबारा डॉक्टर से मिलने की सलाह दी।
19 नवंबर को हो गई मयंक की मौत, 6 महीने से इंसाफ की तलाश
दर्द से जूझते-जूझते 19 नवंबर को मयंक की मौत हो गई। तब से लेकर अब तक परिजन थानों और अधिकारियों के चक्कर काटते रहे। मंगलवार को मयंक की मां ने पुलिस कमिश्नर से मिलकर एफआईआर दर्ज कराने की मांग की। अब मामला रावतपुर थाने को सौंपा गया है।
डॉ. अनुष्का लापता, क्लिनिक में ताला, बोर्ड भी गायब
केशवपुरम के कॉम्प्लेक्स में स्थित इंपायर क्लीनिक पर ताला लटका हुआ है और बाहर लगा बोर्ड भी हटा दिया गया है। डॉ. अनुष्का और उनके पति, जो डेंटिस्ट बताए जा रहे हैं, दोनों ही फरार हैं। पुलिस टीम लगातार दबिश दे रही है।
क्या हेयर ट्रांसप्लांट की लापरवाही है मौत की वजह?
अब सवाल यह उठता है कि क्या इन मौतों के पीछे हेयर ट्रांसप्लांट में हुई लापरवाही है? क्या क्लीनिक बिना लाइसेंस या स्टैंडर्ड मेडिकल प्रोटोकॉल के चल रहा था? पुलिस की जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।