सार
CM Yogi impersonation scam: संभल में जालसाजों ने मुख्यमंत्री योगी और गोरखपुर मठ के नाम पर पुलिस और अधिकारियों को ठगा। पूर्व कोतवाल से 20 हजार की मांग, ज़मीन हड़पने की साज़िश भी उजागर।
UP CRIME NEWS: "हैलो, मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर मठ से बोल रहा हूं..." सोचिए अगर आपको ऐसा फोन आए तो क्या आप शक कर पाएंगे? संभल जिले में जालसाजों ने कुछ ऐसा ही हैरतअंगेज खेल रच दिया। ठगी का यह मामला इतना चौंकाने वाला है कि खुद पुलिस भी सन्न रह गई। ठगों ने मुख्यमंत्री और गोरखपुर मठ के नाम का इस्तेमाल कर पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को जाल में फांसने की कोशिश की।
जानिए पूरा मामला विस्तार से
संभल जिले में पुलिस और राजस्व विभाग के अधिकारियों को फर्जी कॉल किए जा रहे थे। कॉल करने वाले खुद को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और गोरखपुर मठ का सदस्य बताकर धमकाते थे। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि आरोपियों ने संभल कोतवाली के पूर्व कोतवाल अनुज तोमर से भी संपर्क किया और उन्हें मनचाही पोस्टिंग का झांसा देकर 20 हजार रुपये की मांग की।
इतना ही नहीं, गैंग ने जनता दर्शन के नाम पर फर्जी आयोजन कराने, मुख्यमंत्री की फर्जी मोहर और सिग्नेचर से उच्चाधिकारियों को प्रार्थना पत्र भेजने का भी दावा किया था। इस पूरे फर्जीवाड़े के पीछे एक बेहद सुनियोजित साजिश सामने आई है।
ठगी के इस पूरे मामले पर एसपी ने क्या कहा?
संभल के एसपी के अनुसार, पूरे मामले की शुरुआत कपिल सिंघल नामक व्यक्ति से हुई। उस पर आरोप है कि वह विपुल गुप्ता नाम के व्यक्ति की करोड़ों रुपये की जमीन हड़पने के लिए इस फर्जी गैंग के संपर्क में आया था। गैंग के सदस्यों ने विपुल गुप्ता और उसकी पत्नी को कई बार फर्जी कॉल कर डराने और धमकाने की कोशिश की। पीड़ित ने 18 फरवरी को इसकी सूचना पुलिस को दी थी। पुलिस ने कई बार दबिश दी, लेकिन आरोपी हर बार चकमा देकर फरार हो गए।
जांच जारी, जल्द होगी गिरफ्तारी
पुलिस का कहना है कि आरोपियों की पहचान कर ली गई है और उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इतना बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद जिलेभर में हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस अफसरों को सतर्क कर दिया गया है और किसी भी अनधिकृत कॉल पर सावधानी बरतने के निर्देश जारी किए गए हैं।
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