एक साल में 700 करोड़! Ram Mandir को मिल रहा इतना दान कि आप यकीन नहीं करेंगे
Ayodhya GST collection: राम मंदिर बनने से अयोध्या की तकदीर बदल गई है। पर्यटन और अर्थव्यवस्था में भारी उछाल आया है, चंदे के रिकॉर्ड टूट रहे हैं और GST कलेक्शन भी बढ़ गया है।
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राम मंदिर ने बदल दी रामनगरी की तकदीर, चंदे से लेकर जीएसटी तक हर तरफ बूम
राम नवमी 2025 के मौके पर पूरी अयोध्या रामभक्ति में डूबी है, लेकिन इस बार माहौल कुछ अलग है। वजह है – श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का भव्य निर्माण, जिसने अयोध्या की पहचान, पर्यटन और अर्थव्यवस्था – तीनों को पूरी तरह से बदल दिया है। पहले जो शहर आध्यात्मिकता के लिए जाना जाता था, अब वह आधुनिक विकास और रोजगार की मिसाल भी बन रहा है।
मंदिर बना, भक्तों ने लुटाया प्यार… और चंदा!
राम मंदिर निर्माण के बाद श्रद्धालुओं की आस्था ने चंदे के आंकड़े भी नए शिखर पर पहुंचा दिए हैं। मंदिर ट्रस्ट के अनुसार, एक साल में 700 करोड़ रुपये से अधिक का दान प्राप्त हुआ है। राम नवमी और महाकुंभ के दौरान तो मंदिर को 45 दिनों में ही 20 करोड़ रुपये का दान मिला। इनमें से 57 लाख रुपये विदेशी दान भी शामिल हैं।
2023-24 में ट्रस्ट की आय 376 करोड़ रुपये रही, जबकि 2024-25 के पहले दो महीनों में ही यह आंकड़ा 26.89 करोड़ पार कर गया। ट्रस्ट को दान पेटियों की संख्या तक बढ़ानी पड़ी।
अयोध्या में टूरिज्म ने पकड़ी रफ्तार, रोज़ आ रहे 5 लाख श्रद्धालु
राम मंदिर का निर्माण अयोध्या के पर्यटन को नए स्तर पर ले गया है। आंकड़े बताते हैं कि जनवरी से सितंबर 2024 तक 135.5 मिलियन घरेलू पर्यटक अयोध्या पहुंचे। यह धार्मिक पर्यटन में 70% से अधिक की वृद्धि दर्शाता है। अब अयोध्या की तुलना देश के टॉप टूरिज्म डेस्टिनेशन से होने लगी है – जैसे कि केरल और गोवा, जो अब तक इस क्षेत्र में आगे माने जाते थे।
होटल इंडस्ट्री को जबरदस्त बूस्ट, आ रहे हैं ताज और मैरिएट
राम मंदिर की वजह से अयोध्या की होटल इंडस्ट्री में बूम आया है। पहले जहां गिने-चुने होटल थे, वहीं अब ताज ग्रुप, मैरिएट, सरोवर होटल्स, रेडिसन और विवांता जैसे ब्रांड अयोध्या में निवेश कर रहे हैं।
2027 तक अयोध्या में तीन फाइव स्टार होटल्स खुलने वाले हैं, जिनमें से सभी ताज ग्रुप बनाएगा। विवांता 100 कमरों वाला होटल बनाने जा रहा है, जो आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को हाई-एंड सुविधाएं देगा।
अयोध्या का GST कलेक्शन रिकॉर्ड स्तर पर, व्यापारियों की बल्ले-बल्ले
राम मंदिर के बाद अयोध्या के आर्थिक आंकड़ों में जबरदस्त उछाल देखा गया है। 2021-22 में अयोध्या का जीएसटी कलेक्शन 990.14 करोड़ था, जो 2023-24 में बढ़कर 1798.22 करोड़ रुपये हो गया।
यह उछाल अयोध्या के लगभग 70,000 व्यापारियों के कारण संभव हुआ है, जो अब पर्यटन और धर्म आधारित व्यवसायों में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।
राम मंदिर सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं, अयोध्या का पुनर्जागरण है
राम नवमी 2025 एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक बन गई है। अयोध्या अब सिर्फ रामलला के दर्शन तक सीमित नहीं रहा, बल्कि एक वैश्विक धार्मिक और आर्थिक केंद्र के रूप में उभर रहा है। राम मंदिर के निर्माण ने जहां श्रद्धालुओं को भावनात्मक जुड़ाव दिया है, वहीं स्थानीय लोगों को रोजगार, व्यापार और सम्मानजनक जीवन की नई उम्मीदें भी दी हैं।