Sawan Somwar : सावन के पहले सोमवार को दर्शन कीजिए एक ऐसे मंदिर के जिसकी प्रतिमा दुनिया की बससे बड़ी प्रतिमा है। जो राजस्थान के शांत धार्मिक शहर नाथद्वारा में स्थापित है। जिसकी ऊंचाई है 369 फीट (112.5 मीटर) और यह 2 किलोमीटर दूर से ही नजर आती है। अब यह स्थल केवल श्रद्धा नहीं बल्कि पर्यटन, आस्था और तकनीक का प्रतीक बन चुका है।

गुटखा कारोबारी ने खड़ी कर दी दुनिया की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा

इस महायोजना को साकार किया मदन पालीवाल ने, जो मिराज ग्रुप के मालिक और गुटखा व्यवसाय से देशभर में प्रसिद्ध हुए। उन्होंने अपने गृह नगर नाथद्वारा को धार्मिक पर्यटन का केंद्र बनाने के लिए यह भव्य परियोजना शुरू की। मूर्ति का अनावरण अक्टूबर 2022 में भव्य आयोजन के साथ हुआ था, जिसमें लाखों श्रद्धालुओं ने भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया था।

जानिए कैसे बनकर तैयार हुआ विश्वास स्वरूपम

निर्माण में लगे लाखों टन स्टील और हाई ग्रेड कंक्रीट विश्वास स्वरूपम को बनाने में 2,500 टन स्टील, 3,000 क्यूबिक मीटर कंक्रीट और महाशक्ति ग्रेड का तांबा व रसायनयुक्त फाइबर कोटिंग का प्रयोग किया गया। यह प्रतिमा तीव्र भूकंप और तूफान को भी सहने में सक्षम है। इसकी लाइफ स्पान करीब 250 साल बताई जाती है।

शिव प्रतिमा के अंदर है एक छोटी सी दुनिया

मूर्ति के अंदर है पूरी दुनिया यह शिव प्रतिमा सिर्फ बाहर से देखने योग्य नहीं, बल्कि अंदर से भी एक अलग अनुभव देती है। इसके भीतर कई मंज़िलें हैं, जिनमें शामिल हैं: रेस्टोरेंट और स्नैक जोन मिनी थिएटर और ऑडिटोरियम फूड कोर्ट, किड्स प्ले स्टेशन और गेमिंग ज़ोन एडवेंचर स्पेस — बंजी जंपिंग, रेसिंग ट्रैक और एटीवी राइडिंग राजस्थान का पहला धार्मिक थीम आधारित स्नो पार्क 360 डिग्री व्यूइंग गैलरी जहाँ से पूरा नाथद्वारा दिखता है हर अनुभाग के लिए अलग-अलग टिकट है, जिससे यह जगह धार्मिक पर्यटक के साथ-साथ आम सैलानी के लिए भी आकर्षण का केंद्र बन गई है।

40 लाख से ज्यादा लोग कर चुके हैं दर्शन

ढाई साल में 40 लाख से अधिक दर्शक प्रतिमा के अनावरण से अब तक यानी दो वर्षों में 40 लाख से ज्यादा लोग विश्वास स्वरूपम के दर्शन कर चुके हैं। यहां आने वाले लोगों को धार्मिक अनुभव, साहसिक गतिविधियाँ और आधुनिक सुख-सुविधाएं एक साथ मिलती हैं — यही इसकी सबसे बड़ी खासियत है।

नाथद्वारा में हैं श्रीनाथजी मंदिर

राजस्थान के धार्मिक पर्यटन को नई उड़ान नाथद्वारा का नाम पहले श्रीनाथजी मंदिर से जुड़ा था, लेकिन अब विश्वास स्वरूपम ने इसे अंतरराष्ट्रीय धार्मिक पर्यटन मानचित्र पर ला खड़ा किया है। आसपास की होटल इंडस्ट्री, रेस्टोरेंट्स, टैक्सी सर्विस और गाइड सेवाओं को भी इस प्रोजेक्ट से नया जीवन मिला है।

विश्वास स्वरूपम राजस्थान का गौरव

विश्वास स्वरूपम सिर्फ एक मूर्ति नहीं, बल्कि यह उस आत्म-विश्वास का प्रतीक है जहां एक कारोबारी ने अपने धन से सिर्फ व्यापार नहीं, बल्कि धर्म, संस्कृति और भावी पीढ़ियों को एक भव्य तोहफा दिया है। यह स्थल अब राजस्थान का गौरव और देश का नया आध्यात्मिक-पर्यटन आइकॉन बन चुका है।