बारिश के बीच प्यास से मौत? जैसलमेर बॉर्डर पर मिली पाकिस्तानी नवविवाहित जोड़े की लाशें – बिना वीजा भारत आए, पर क्यों? जानिए इस रहस्यमयी सफर की दिल दहला देने वाली सच्चाई...

Jaisalmer border news: राजस्थान के जैसलमेर जिले में पाकिस्तान से अवैध रूप से भारत आए एक नवविवाहित जोड़े की संदिग्ध मौत ने सनसनी फैला दी है। यह मामला न केवल मानवता को झकझोरता है, बल्कि भारत-पाक सीमा पर मौजूद संवेदनशील स्थिति और मानवीय पहलुओं को भी उजागर करता है।

कहां और कैसे मिले दोनों के शव?

मिली जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान के सिंध प्रांत के घोटकी जिले के निवासी रवि कुमार और उसकी पत्नी शांति बाई का शव जैसलमेर के साधेवाला क्षेत्र में भारत-पाक सीमा से लगभग 10 किलोमीटर अंदर मिला। चौंकाने वाली बात यह है कि इस इलाके में भारी बारिश हो रही थी, लेकिन मौके पर मिले खाली जेरिकेन से अनुमान लगाया जा रहा है कि दोनों की मौत प्यास और गर्मी की वजह से हुई।

चार महीने पहले हुई थी शादी, फिर क्यों हुआ पलायन? 

रवि कुमार और शांति बाई की शादी लगभग चार से छह महीने पहले ही हुई थी। रवि अपने पिता दीवान से किसी विवाद के चलते 21 जून को घर से निकल गया था। इसके बाद वह लापता हो गया। रवि की बाइक और कुछ सामान पाकिस्तान की तरफ नूरपीर दरगाह इलाके में बरामद हुआ था, जो भारत की सीमा से लगभग 20 किलोमीटर दूर है। लेकिन 29 जून को दोनों की लाशें भारत के जैसलमेर जिले में मिलने से मामला रहस्यमय हो गया। सवाल उठता है कि नवविवाहित जोड़ा आखिरकार भारत की सीमा में अवैध तरीके से क्यों घुसा? क्या वे किसी मजबूरी में भागे थे या यह मामला मानव तस्करी से जुड़ा है?

प्यास बनी मौत की वजह? जानिए पुलिस का दावा 

पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह मामला प्यास और गर्मी से हुई मौत जैसा प्रतीत हो रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी किसी प्रकार की चोट या हिंसा का उल्लेख नहीं है। इसके साथ ही पुलिस को घटना स्थल से एक खाली पानी का जेरिकेन मिला, जो यह संकेत देता है कि दोनों को पीने का पानी नहीं मिला होगा। ऐसे में माना जा रहा है कि दोनों की मौत डिहाइड्रेशन और लू से हुई है। हालांकि, पुलिस सभी कोणों से जांच कर रही है — चाहे वह हत्या, तस्करी या अवैध पलायन हो।

पाकिस्तान में मचा हड़कंप, शवों की वापसी की मांग 

घोटकी जिले में जैसे ही सोशल मीडिया पर दोनों की मौत की खबर फैली, पाकिस्तान में हड़कंप मच गया। दोनों के परिवारजनों और स्थानीय नागरिकों ने शवों की वापसी की मांग करते हुए पाकिस्तान सरकार से तत्काल कार्रवाई की अपील की है।

सीमा पर सक्रिय संगठनों की सतर्कता से हुआ खुलासा 

सीमांत लोक संगठन के कार्यकर्ता दिलीप सिंह सोढ़ा ने इस पूरी घटना की जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की, जिसके बाद मामला मीडिया की नजर में आया। यह घटना दोनों देशों के बीच संवादहीनता और मानवीय संकट के हालात को भी उजागर करती है।

रहस्य अभी बाकी है...

  1. क्या नवविवाहित दंपति भारत में नई ज़िंदगी शुरू करना चाहते थे?
  2. उन्हें वीजा क्यों नहीं मिला?
  3. क्या सीमा पार करने की इस खतरनाक कोशिश के पीछे कोई बड़ी साजिश छिपी है?

इन सवालों के जवाब अभी तक स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन इस मामले ने दोनों देशों के अधिकारियों को सोचने पर मजबूर जरूर कर दिया है।