राजस्थान के पाली जिले में रेलवे ट्रैक चोरी की सनसनीखेज घटना सामने आई है। RPF ने 6 महिलाओं और एक युवक को गिरफ्तार कर 152 किलो ट्रैक सामग्री जब्त की। जानिए आखिर क्या है पूरी साजिश?
पाली (राजस्थान)। रेल की पटरी पर चलती ट्रेनें अक्सर खबरों में होती हैं, लेकिन इस बार रेलवे ट्रैक खुद खबर का केंद्र बन गया। राजस्थान के पाली जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां छह महिलाओं और एक युवक को रेलवे ट्रैक चोरी करते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। आरोपियों से करीब 152.5 किलो वजनी रेलवे सामग्री बरामद की गई, जिसे वे टैक्सी में भरकर ले जा रहे थे।
गुप्त सूचना और एक टैक्सी के जरिए मिले सुराग
रेलवे सुरक्षा बल (RPF) को 28 जून की शाम एक गुप्त सूचना मिली कि रोहट और केरला स्टेशन के बीच कुछ लोग रेलवे की संपत्ति चुरा रहे हैं। सूचना मिलते ही RPF की टीम सक्रिय हो गई और जब मौके पर पहुंची तो देखा कि कुछ महिलाएं और एक युवक मिलकर रेलवे ट्रैक के टुकड़े टैक्सी में लोड कर रहे थे। इन टुकड़ों में 52 किलो के दो पटरी टुकड़े और एक मीटर गेज ट्रैक शामिल थे। RPF ने तुरंत मौके पर घेराबंदी कर सातों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और टैक्सी को भी जब्त कर लिया।
गिरफ्तार आरोपी: सांसी बस्ती की महिला गैंग
गिरफ्तार किए गए सातों आरोपी पाली शहर के ट्रांसपोर्ट नगर थाना क्षेत्र की सांसी बस्ती से संबंधित हैं। इनमें शामिल हैं:
- चेनादेवी (42 वर्ष)
- ग्यारसी (34 वर्ष)
- मंजू (36 वर्ष)
- लीला (43 वर्ष)
- पप्पुड़ी (53 वर्ष)
- चंदा (44 वर्ष)
- नरेंद्र (26 वर्ष) – एकमात्र पुरुष सदस्य
इन सभी का मेडिकल परीक्षण बांगड़ अस्पताल में कराया गया, जिसके बाद इन पर रेलवे अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आरपीएफ पोस्ट भगत की कोठी में कार्रवाई की गई।
सिर्फ चोरी नहीं, ट्रेनों की सुरक्षा पर सीधा हमला
RPF अधिकारियों ने बताया कि इस प्रकार की रेलवे ट्रैक चोरी न सिर्फ सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि इससे रेल संचालन में भी बड़ा खतरा उत्पन्न होता है। यदि ट्रैक का कोई हिस्सा गायब होता है और उस पर ट्रेन गुजरती है, तो यह सीधे हादसे का कारण बन सकता है।
रेलवे संपत्ति की सुरक्षा पर चिंतन आवश्यक
रेलवे ट्रैक चोरी की इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब रेल संपत्ति की सुरक्षा को लेकर नई रणनीतियों की आवश्यकता है। रेलवे सुरक्षा बल को स्थानीय समुदाय के साथ बेहतर सूचना तंत्र बनाना होगा ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
ट्रैक चोरी की टैक्सी से निकला बड़ा सवाल
पाली की यह घटना एक सामान्य चोरी से कहीं आगे की कहानी है। यह घटना ट्रेन सुरक्षा, रेलवे प्रबंधन और स्थानीय आपराधिक गतिविधियों की गहराई को दिखाती है। अब देखना ये होगा कि RPF इस मामले में कितनी गहराई तक जांच करती है और क्या इस गिरोह के पीछे कोई बड़ा नेटवर्क सामने आता है।