Pahalgam terror attack : मंगलवार दोपहर पहलगाम में हुए आंतकी हमले से पूरा देश सहम गया है। आतंकियों ने कायराना हरकत करके बेसकूर 27  लोगों को मौत के घाट उतार दिया। इसी बीच जयपुर का एक दंपति ने अपना दर्द बयां किया है।

जयपुर. Pahalgam Latest News : जम्मू कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार दोपहर आतंकियों ने 26 लोगों को मार गिराया। हालांकि इस घटना में राजस्थान का कोई भी आदमी नहीं था। लेकिन राजस्थान का एक दंपति बीते दिन हुई घटना से सहमा हुआ है। यह वही दंपति है जो पिछले साल कश्मीर में हुए आतंकी हमले में घायल हुआ था। घटना में युवक की आंखों की रोशनी भी चली गई थी।

कश्मीर के आतंक का एक साल बाद भी दर्द झेल रहा दंपति

हम बात कर रहे हैं राजस्थान की राजधानी जयपुर के ब्रह्मपुरी इलाके में रहने वाले तबरेज खान और उनकी पत्नी फरहा खान की। पिछले साल जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में हुए आतंकी हमले में फराह के हाथ और कंधे में गोलियां लगी थी जबकि उनके पति तबरेज की आंखों के पास गोली लगी। इस घटना में तबरेज की एक की रोशनी पूरी तरह से चली गई। जबकि दूसरी आंख का कॉर्निया डॉक्टर ने बदल दिया। हालांकि उससे भी ज्यादा दिखाई नहीं देता है।

पहलगाम हमले से दहशत में मुस्लिम दंपत्ति

अब वापस जम्मू कश्मीर के पहलगाम आतंकी घटना के बाद तबरेज और उनकी पत्नी सहमे हुए से हैं। जो बताते हैं कि जब पिछले साल वह जम्मू कश्मीर घूमने के लिए गए तो वहां 18 मई के दिन टूर ऑपरेटर के द्वारा एक डिनर का प्रोग्राम तय किया गया। सभी लोग एक रेस्टोरेंट में घुसे थे। इसी दौरान एक बाइक पर दो आतंकी आए और उन्होंने फायरिंग करना शुरू कर दिया। जैसे ही पत्नी फरहा को गोली लगी तो पति तबरेज जोर-जोर से चिल्लाने लगे। ऐसे में आतंकियों ने उनकी तरफ गोलीबारी करना शुरू कर दिया। कुछ देर बाद ही आतंकी वहां से फरार हो गए। तबरेज बताते हैं कि यदि वह चिल्लाते नहीं तो पता नहीं कितने लोगों की जान आतंकी ले लेते।

पति को लगी गोली तो पत्नी थी 6 फीट दूर

  • तबरेज बताते हैं कि जब फायरिंग हुई थी तब वहां पूरी तरह से हड़कंप मच चुका था। पत्नी फरहा उनसे करीब 6 फुट की दूरी पर थी। इस आतंकी हमले के चलते एक बार पूरे इलाके में दहशत का माहौल हो गया था। हालांकि गोलीबारी में इन दोनों के अलावा वहां कोई और घायल नहीं हुआ था।
  • दोनों के साथ वहां करीब 50 लोगों का पूरा एक ग्रुप था। लेकिन सभी बच गए। घटना के बाद दोनों पति-पत्नी को इलाज के लिए पहले जम्मू मेडिकल कॉलेज में एडमिट किया गया था इसके बाद जयपुर और फिर जयपुर से इलाज के लिए दोनों को चेन्नई भेजा गया।