Pahalgam terror attack : ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह के दीवान के बेटे ने जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले की निंदा की और आतंकियों को चुन-चुन कर मारने की मांग की। उन्होंने कहा कि मजहब के नाम पर लोगों को मारना शर्मनाक है।

अजमेर. Pahalgam attack latest news : 22 अप्रैल का दिन देश के इतिहास में काला दिवस रहा। जहां जम्मू कश्मीर के पहलगाम जिले में आतंकियों ने 27 लोगों को मार दिया। इस घटना के बाद लगातार देश में आतंकी घटनाओं के खिलाफ विरोध जताया जा रहा है। इसी बीच राजस्थान के अजमेर में स्थित सबसे बड़ी दरगाह ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के दीवान के बेटे नसरुद्दीन चिश्ती ने बड़ा बयान दिया है।

पहलगाम में हुई इंसानियत शर्मसार

उन्होंने जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में टूरिस्ट को मजहब पूछकर मारा गया। अब इससे ज्यादा इंसानियत शर्मसार कहां पर होगी। अब आतंकियों को चुन-चुन कर मारने का वक्त आ चुका है।

चिश्ती ने कहा-ये लोग जानवरों से भी बदतर 

नसरुद्दीन चिश्ती ने कहा कि जिन लोगों ने मजहब पूछ कर हमला किया वह जानवरों से भी बदतर हरकत है। भारत सरकार से अपील है कि अब वक्त आ गया है इन्हें खत्म किया जाए और इनको इन्हीं की भाषा में जवाब दिया जाए। जब पुलवामा हमले के समय जवाब दिया था, उस तरीके से जवाब देने की जरूरत है।

इस्लाम में ऐसे आतंक की नहीं कोई जगह

कश्मीर जो वापस शांति और तरक्की की तरफ आगे बढ़ रहा था उसे अब खराब करने की कोशिश की जा रही है। मजहब के नाम पर जो आतंक फैलाया जा रहा है उसकी कोई भी इजाजत नहीं देता है। इस्लाम में इस तरीके के आतंकवाद की जरूरत नहीं है। ऐसे गुनाहों को करने के लिए कोई जगह नहीं है। यह आतंकी सबसे बड़े गुनहगार है।

अजमेर की दरगाह विश्वविख्यात

बता दें कि राजस्थान के अजमेर जिले में स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह विश्वविख्यात है। यहां केवल इंडिया ही नहीं बल्कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान,बांग्लादेश,सऊदी अरब सहित अन्य देशों से भी जायरीन जियारत करने के लिए आते हैं।