जयपुर हाईकोर्ट में कार्यरत एक संविदाकर्मी ने आत्महत्या कर ली, जिसके बाद राज्य सरकार ने मानदेय में वृद्धि की है। मृतक मनीष सैनी 19 साल से काम कर रहे थे और उन्हें केवल 5600 रुपए मासिक मिलते थे। इस घटना ने संविदाकर्मियों की दयनीय स्थिति को उजागर किया है