MalayalamEnglishKannadaTeluguTamilBanglaHindiMarathi
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • राष्ट्रीय
  • वेब स्टोरी
  • राज्य
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • बिज़नेस
  • खेल
  • फोटो
  • गेम्स
  • वीडियो
  • वायरल
  • KEA 2025
  • Home
  • States
  • Rajasthan
  • Labour Day: मजदूरों ने रचा इतिहास- खुद कभी स्कूल नहीं गए, लेकिन भूखे पेट पसीना बहाकर अपने बेटों को बना दिया IAS-IPS

Labour Day: मजदूरों ने रचा इतिहास- खुद कभी स्कूल नहीं गए, लेकिन भूखे पेट पसीना बहाकर अपने बेटों को बना दिया IAS-IPS

Labour Day 2023 भारत ही नहीं पूरी दुनिया इंटरनेशनल लेबर डे मजदूर दिवस मना रहा है। जो दिन रात मेहनत करके अपने परिवार का पेट भरते हैं। कुछ मजदूर ऐसे भी हैं जो खुद तो कभी स्कूल नहीं गए, लेकिन बेटा-बेटी को आईएएस-आईपीएस बना दिया। पढ़िए इनकी ही कहानी...

Arvind Raghuwanshi | Updated : May 01 2023, 12:44 PM
3 Min read
Share this Photo Gallery
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Whatsapp
  • Google NewsFollow Us
15
Asianet Image
Image Credit : google

सीकर (राजस्थान). सबसे पहले बात राजस्थान के किसान मजदूर बनवारी लाल की। जो लोगों के फसल कटाई और बुआई का काम करते थे। इन्होंने अपने बेटे सोहनलाल को अच्छी तरह से पढ़ाया। सोहनलाल ने भी हर मुश्किल में अच्छे से पढ़ाई की और यूपीएससी के एग्जाम में 201 वी रैंक हासिल की। इतना ही नहीं सोहनलाल राजस्थान केडर में ही आईएएस है आज भी जब उसे काम से छुट्टी मिलती है तो वह घर आकर अपने पिता के साथ खेती का काम जरूर करता है।

25
Asianet Image
Image Credit : google

मजदूर दिवस पर ट्रक चलाने वाले बेटे को बना दिया आईएएस

अब बात नागौर जिले के रहने वाले आईएएस पवन की। जिस ने साल 2021 में यूपीएससी एग्जाम में 591 रैंक हासिल की। पवन के पिता रामेश्वरलाल सालों से ट्रक ड्राइवरी का काम कर रहे हैं। पवन ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सरकारी स्कूल में पूरी की। अपने पिता के बारे में पवन कहते हैं कि मैं बड़ा भाग्यशाली हूं कि मुझे ऐसे माता-पिता मिले जिन्हें मेरा कैरियर बनाने के लिए अपने दिन रात तक एक कर दिए। घर पर लाइट का कनेक्शन नहीं था फिर भी मेरे पिता और माता पड़ोस से लाइट का कनेक्शन ले लेते थे कभी मुझे चिमनी तो कभी लालटेन से पढ़ाते थे।

35
Asianet Image
Image Credit : google

मनरेगा में काम करने वाले मजदूर माता-पिता का बेटा बना अफसर

इसी क्रम में बात राजस्थान के जोधपुर जिले में मनरेगा योजना के तहत काम करने वाले मजदूर पति-पत्नी के बेटे सोहन की। जिसका 2021 में यूपीएससी में सिलेक्शन हुआ है। इसके माता और पिता दोनों मनरेगा में मजदूरी का काम पिछले लंबे समय से करते आ रहे हैं। जब यह काम नहीं रहता तो दोनों खेती का काम करते हैं लेकिन सरकारी स्कूल में पढ़ाई करने के बाद भी सोहन लगातार अपने लक्ष्य पर डटा रहा। कॉलेज में आने के बाद उसके माता-पिता ने मजदूरी का काम कर भी उसे अच्छी से अच्छी सुविधा प्रदान की। सोहन ने यूपीएससी 2021 में 681 वीं रैंक हासिल की।

45
Asianet Image
Image Credit : google

मां ने मजदूरी करके बेटे को बना दिया आईपीएस 

अब सबसे अंत में बात राजस्थान के दौसा जिले के मेहंदीपुर बालाजी इलाके के रहने वाले आईपीएस अरविंद मीणा की। जो साल 2020 बैच का आईपीएस है। 2005 में अरविंद के पिता फतेह सिंह को ट्रक ने टक्कर मार दी। जिसके चलते उनकी मौत हो गई। इसके बाद मां सजनो देवी ने खुद को कमजोर करने की बजाय मजबूत रखा और अपने दो बेटे अरविंद और अल्पेश को पालने के लिए दिन रात एक कर के खेती और मजदूरी का काम करना शुरू कर दिया।

55
Asianet Image
Image Credit : google

 पति की मौत होने के बाद करीब 15 साल बाद सजनो की जिंदगी में रोशनी आई जब बड़ा बेटा अरविंद आईपीएस बन गया। अरविंद इस बारे में कहते हैं कि उन्हें उनकी मां ने कभी लगने ही नहीं दिया कि उनके पास किसी चीज की कमी है।

Arvind Raghuwanshi
About the Author
Arvind Raghuwanshi
अरविंद रघुवंशी, 2012 से पत्रकारिता जगत में कार्यरत हैं। 2019 से एशियानेट न्यूज हिंदी में बतौर सीनियर चीफ सब एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं और स्टेट टीम को लीड कर रहे हैं। उन्होंने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय (MCU) से मास्टर ऑफ जर्नलिज्म (MJ) किया है। उन्हें नेशनल, पॉलिटिक्स, क्राइम और फीचर स्टोरीज में लिखना पसंद है। जर्नलिज्म में 13 साल का अनुभव है। वह दैनिक भास्कर, पत्रिका, राष्ट्रीय हिंदे मेल जैसे मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। Read More...
 
Recommended Stories
Top Stories