सार
kota news today : कोटा में एक और NEET अभ्यर्थी ने जान दे दी। दिल्ली के रोशन शर्मा का शव रेलवे लाइन के पास मिला। परीक्षा से पहले घर जाने से इनकार कर दिया था।
कोटा: कोचिंग नगरी कोटा में एक और नीट (NEET) की तैयारी कर रहे छात्र ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। दिल्ली के रहने वाले 23 वर्षीय रोशन शर्मा का शव गुरुवार सुबह कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र में रेलवे लाइन के पास झाड़ियों में मिला। वह नया नोहरा इलाके के एक हॉस्टल में रहकर निजी कोचिंग संस्थान से नीट की तैयारी कर रहा था और आगामी 4 मई को उसकी परीक्षा थी। लेकिन उसने माता-पिता को साफ कह दिया था कि वह ना तो NEET परीक्षा देगा और न ही घर लौटेगा।
कोटा से दिल्ली पहुंची शाकिंग खबर
कुन्हाड़ी थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है। मृतक छात्र के परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है, जिनके आने के बाद पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। थानाधिकारी अरविंद भारद्वाज ने प्रारंभिक जानकारी देते हुए बताया कि प्रथम दृष्टया मामला जहर खाकर आत्महत्या करने का प्रतीत होता है।
NEET छात्र बोला न तो परीक्षा देगा और न ही घर लौटेगा
रोशन के परिजन उसे 22 अप्रैल को दिल्ली वापस ले जाने के लिए कोटा आए थे, लेकिन उसने उनके साथ जाने से साफ इनकार कर दिया और हॉस्टल से कहीं चला गया। उसने अपने परिजनों से यह भी कहा कि वह न तो परीक्षा देगा और न ही घर लौटेगा। परिजन उसके कमरे से सामान लेकर दिल्ली चले गए थे और लगातार फोन पर उससे संपर्क करने की कोशिश कर रहे थे। छात्र की आखिरी बातचीत बुधवार रात को हुई थी, जिसमें उसने घर वापस न आने की बात दोहराई थी।
मौत से पहले के इस एक सवाल पुलिस भी हैरान
आज सुबह राहगीरों ने लैंडमार्क सिटी के पास रेलवे लाइन की झाड़ियों में एक युवक का शव देखकर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने शव की शिनाख्त रोशन शर्मा के रूप में की और उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस अधिकारी भारद्वाज ने बताया कि यह जांच का विषय है कि रोशन नया नोहरा इलाके से रेलवे लाइन तक कैसे पहुंचा। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है।
22 अप्रैल को बिहार के छात्र ने किया था सुसाइड
यह दुखद घटना ऐसे समय में सामने आई है, जब कुछ दिन पहले ही 22 अप्रैल को बिहार के एक 18 वर्षीय नीट छात्र ने भी आत्महत्या कर ली थी। उस छात्र ने अपने सुसाइड नोट में लिखा था कि वह अपनी मर्जी से यह कदम उठा रहा है और इसमें किसी और की कोई गलती नहीं है, न ही यह आत्महत्या नीट परीक्षा के दबाव के कारण है।
कोटा क्यों बनता जा रहा है मौत का हब?
लगातार हो रही इस तरह की घटनाओं ने कोटा में नीट की तैयारी कर रहे छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और दबाव को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। पुलिस प्रशासन और कोचिंग संस्थानों के लिए यह एक गंभीर चुनौती है कि वे छात्रों को इस तरह के कदम उठाने से रोकने के लिए उचित कदम उठाएं।