सार

Story of Maharana Pratap Son : महाराणा प्रताप के बेटे अमर सिंह ने अकबर की बेटी से शादी क्यों की? मेवाड़ और मुगलों के बीच दुश्मनी कैसे दोस्ती में बदली? जानिए इस अनोखी कहानी को!

उदयपुर. राजस्थान को वैसे तो राजाओं का राज्य कहा जाता है। राजस्थान के राजाओं की मुगल राजाओं के साथ हमेशा दुश्मनी ही रहती थी। लेकिन क्या आप जानते हैं राजस्थान में एक राजा ऐसा भी हुआ जिसके पिता तो मुगल राजाओं के सबसे बड़े दुश्मन थे, लेकिन बेटे ने मुगल राजा की बेटी से ही शादी की। हम बात कर रहे हैं राजस्थान के महाराणा अमर सिंह की। जो मेवाड़ साम्राज्य के 14वें राणा थे। यह राजस्थान के वीर शासक महाराणा प्रताप के बेटे थे।

1597 से 1620 तक मेवाड़ में क्या था शासन

महाराणा प्रताप के बाद इन्होंने मेवाड़ पर 1597 से 1620 तक शासन किया। अपने पिता के पथ पर चलते हुए इन्होंने कई मुगल शासकों से भी लड़ाई की। लेकिन बाद में शांति स्थापित करने के लिए इन्होंने मुगल राजा अकबर की बेटी शहजादी खानम बेगम से शादी कर ली।

विवाह से पहले अकबर और जहांगीर से लड़ा था युद्ध

जबकि महाराणा अमर सिंह ने अकबर और उसके बेटे जहांगीर से पहले युद्ध भी लड़ा था। 1597 में महाराणा प्रताप की मौत के बाद अमर सिंह ही उनके उत्तराधिकारी बने। आज भी जब मेवाड़ की पहाड़ियों में मुगल सेनाओं पर छापामार कार्रवाई करके हमला करने की बात आती है तो महाराणा अमर सिंह का नाम सबसे आगे आता है।

ऐसी क्या थी मजबूरी जो मुगलों की बेटी को बनाया बहू

  • इतिहासकार बताते हैं कि इनकी शादी कोई पसंद से नहीं हुई बल्कि मुस्लिम शासक लगातार राजपूत राजाओं के द्वारा किए जा रहे हमलों से परेशान हो चुके थे। ऐसे में मुगल और राजपूत शासकों के बीच संधि करने के लिए यह शादी हुई।
  • हालांकि यह शादी होने के बाद 1615 ईस्वी में एक समझौता यह भी हुआ कि मेवाड़ के राणा मुगलों के साथ वैवाहिक संबंध नहीं बनाएंगे। इसके बाद चित्तौड़ और मेवाड़ के मुगल कब्जे वाले क्षेत्र राणा को वापस कर दिए गए थे