सार
Banswara News : राजस्थान के बांसवाड़ा जिले का एक छोटे से गांव में 30 साल पहले ईसाई बने 70 लोग वापस हिंदू धर्म में लौट आए हैं। उनका कहना है कि ईसाई मत अपनाने के बाद गरीबी दूर नहीं हुई, बल्कि परिवार और गांव वालों ने भी साथ छोड़ दिया था।
बांसवाड़ा. हिंदू धर्म से धर्म परिवर्तन कर ईसाई बने लेकिन अब वापस हिंदू धर्म में लौट रहे...। पूरे देश में राजस्थान के इस छोटे से इलाके की चर्चा हो रही है । छोटे से गांव में बना हुआ एक कमरे का यह मंदिर अचानक चर्चित हो गया है। हर कोई इसके बारे में जानना चाह रहा है । दरअसल, हम बात कर रहे हैं बांसवाड़ा जिले के छोटे से गांव सोडाला दूदा की। शहर से 60 किलोमीटर दूर स्थित इस गांव में भैरव जी की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठित की गई है। इस मौके पर गंगातलाई इलाके से गांव तक बड़ी संख्या में शोभायात्रा निकाली गई है । हिंदू देवी देवताओं के जयकारे गूंज रहे हैं और भगवा ध्वज लहराई जा रही है ।
30 परिवार के 70 लोगों ने अपनाया सनातन
दरअसल, गांव में रहने वाले 30 परिवार के 70 लोगों ने 30 साल पहले हिंदू धर्म को छोड़ दिया था और उसके बाद उन्होंने ईसाई मत अपना लिया था। उनका दावा था इसाई मत अपनाने के बाद उनकी गरीबी दूर हुई और उनकी आजीविका अच्छी चलने लगी। लेकिन अब उन्होंने वापस ईसाई मत को छोड़ दिया ।
इस वजह से लोगों ने छोड़ा ईसाई धर्म
ईसाई मत अपनाकर वापस हिंदू धर्म अपना रहे परिवार के लोगों का कहना है कि सोचा था गरीबी दूर हो जाएगी, लेकिन ऐसा करने के बाद गरीबी दूर होना तो अलग बात है, परिवार के लोगों ने ही साथ छोड़ दिया । गांव के लोगों ने नाता तोड़ दिया । गांव का जो मंदिर था उसे चर्च बना दिया गया था । लेकिन अब वापस उसमें भगवान भैरवनाथ की मूर्ति स्थापित की गई है। ईसाई मत अपनाने वाले तमाम लोग वापस हिंदू हो गए हैं और पूजा पाठ शुरू कर दिए गए हैं।