अमृतसर में पंजाब पुलिस ने पाक कनेक्शन वाले जोधबीर सिंह को गिरफ्तार किया है। उसके पास से 5 अवैध पिस्तौलें बरामद हुईं। आरोपी पाकिस्तान के ड्रग तस्करों से जुड़ा है। पुलिस नेटवर्क की पूरी कड़ी की जांच कर रही है।
Punjab Weapons Smuggling: पंजाब पुलिस की काउंटर-इंटेलिजेंस यूनिट ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए तरनतारन जिले के नौशेरा निवासी जोधबीर सिंह को गिरफ्तार किया है। उसके पास से पांच अवैध पिस्तौलें बरामद हुई हैं। ये हथियार कथित तौर पर पाकिस्तान से संचालित नेटवर्क के जरिए भारत में सप्लाई किए गए थे।
जोधबीर के पास से बरामद हुए ये खतरनाक हथियार
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने जोधबीर के कब्जे से
- 2 PX5 पिस्तौल,
- 1 स्टार मार्क .30 बोर पिस्तौल और
- 2 ग्लॉक 9mm पिस्तौलें बरामद कीं।
पुलिस महानिदेशक (DGP) गौरव यादव ने जानकारी दी कि यह नेटवर्क पाकिस्तान से ऑपरेट हो रहा था और पंजाब में हथियारों की तस्करी कर रहा था।
पाकिस्तान के ड्रग तस्कर से था जोधबीर का सीधा संपर्क
प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि जोधबीर सिंह पाकिस्तान में मौजूद एक ड्रग तस्कर के सीधे संपर्क में था। यह गिरोह भारत में हथियारों और ड्रग्स की अवैध सप्लाई को संचालित कर रहा था। पुलिस अब नेटवर्क की बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंकेज की गहन जांच कर रही है।
हवाला कारोबार में भी लिप्त था आरोपी
जांच में यह भी सामने आया है कि जोधबीर और उसके साथी अभिषेक कुमार हवाला लेनदेन में भी शामिल थे। ऑस्ट्रेलिया में बैठा एक एजेंट "जस्सा" इस नेटवर्क को संचालित कर रहा था और भारत-पाक सीमा से हथियारों और ड्रग्स की तस्करी करवा रहा था।
अमृतसर में पहले भी हुआ था आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश
27 अप्रैल को, अमृतसर में काउंटर-इंटेलिजेंस ने पाकिस्तान से जुड़े एक और अवैध हथियार मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था। अभिषेक कुमार को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 7 पिस्तौल, जिंदा कारतूस और ₹1.5 लाख नकद बरामद किए गए थे।
पुलिस की सक्रियता से टला बड़ा खतरा
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि पंजाब पुलिस की मुस्तैदी से राज्य में बड़ी आतंकी साजिशें विफल हो रही हैं। हथियार तस्करी, ड्रग्स सप्लाई और हवाला नेटवर्क को जड़ से खत्म करने के लिए पुलिस लगातार अभियान चला रही है।
नेटवर्क के सभी साथियों की तलाश जारी
जोधबीर सिंह से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने उसके सहयोगियों की पहचान करना शुरू कर दिया है। एसएसओसी अमृतसर में एफआईआर दर्ज की गई है और आने वाले दिनों में इस नेटवर्क के अन्य सदस्य भी गिरफ्त में आ सकते हैं।