अब तक तिहाड़ जेल में बंद गैंगेस्टर लॉरेंस बिश्नोई अब पंजाब पुलिस की कस्टडी में है। पंजाब में ही उस पर सबसे ज्यादा 17 केस भी दर्ज हैं। फाजिल्का में छह, मोहाली में सात, फरीदकोट में दो, अमृतसर और मुक्तसर में एक-एक केस दर्ज है।
लॉरेंस का खौफ इतना है कि उसके गांव में जाने पर वहां के लोग घर का एड्रेस तक नहीं बताते। गांव के लोग उसके बारें में ज्यादा बाद भी नहीं करते। उनसे जब भी गैंगस्टर के बारें में बात की जाती है तो वे सिर्फ खूबियां ही गिनाते हैं।
पटिलाया हाउस कोर्ट में पंजाब पुलिस की तरफ से दो दस्तावेज जमा किए गए थे। पहला मानसा कोर्ट की तरफ से जारी गैंगस्टर लॉरेंस का अरेस्ट वारंट, दूसरा लॉरेंस की ट्रांजिट रिमांड से संबंधित। इसी की मंजूरी के बाद गैंगस्टर को पंजाब पुलिस ने कस्टडी में लिया।
गैंगस्टर लॉरेंस पंजाब नहीं आना चाहता है। उसने कोर्ट में अर्जी भी लगाई थी। अपनी याचिका में उसने तर्क दिया था कि पंजाब पुलिस मूसेवाला हत्याकांड में उसका एनकाउंटर कर सकती है। हालांकि अदालत से उसको कोई राहत नहीं मिली।
महाराष्ट्र पुलिस की तीन टीमें आठ दिन से गुजरात में डटी थी। जिसके बाद दोनों शूटर को पकड़ा गया। दोनों को मुंबई लाकर पुलिस रिमांड लिया गया है। संतोष जाधव और नवनाथ सूर्यवंशी से पूछताछ के लिए पंजाब पुलिस की टीम भी पुणे पहुंच चुकी है।
शिरोमणि अकाली दल के नेता और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल (Parkash Singh Badal) को सीने में दर्द की शिकायत के बाद मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पंजाब के सीएम भगवंत मान इन दिनों हिमाचल दौरे पर है। जहां उन्होने चुनावी जनसभा में अलग अलग मुद्दों पर अपनी बात रखी। जहां उन्होने कांग्रेस नेता के बारे में ऐसा कुछ कह दिया जो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल पिछले कई दिनों से लॉरेंस से मूसेवाला हत्या को लेकर पूछताछ कर रही थी। उसने खुलासा किया है कि उसने ही यह हत्या कराई है। इसके पीछे की वजह भी बताते हुए कहा कि मैंने अपने बचपन के दोस्त विक्की मिड्डूखेड़ा का बदला लिया है।
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की आत्मा की शांति के लिए मनसा में भोग समागम का आयोजन यानि अंतिम अरदास रखी iR। जिसमें हजारों की संख्या में भीड़ उमड़ी थी। इस मौके पर पिता बलकौर सिंह और मां चरण सिंह भावुक दिखे।
29 मई को सिंगर सिद्धू मूसेवाला की दिन-दहाड़े गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। तब वे अपनी थार जीप में बैठकर कहीं जा रहे थे। उसके एक दिन पहले ही राज्य सरकार की तरफ से उनकी सुरक्षा में भी कमी की गई थी। पुलिस मूसेवाला की हत्या की कड़ियों को जोड़ने में जुटी है।