राज्य में कोरोना की स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले 24 घंटे में 27 लोगों की जान चली गई है। 7,849 कोरोना के नए मामले भी सामने आए हैं। अकाली दल के सीनियर लीडर प्रकाश सिंह बादल कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह भी संक्रमण का शिकार हो चुके हैं।
अब जिस तरह से कांग्रेस और चन्नी ईडी की रेड से विवादों में हैं। इसलिए उनकी छवि को मेकओवर करने के लिए दलित कार्ड खेलने की तैयारी की जा रही है। इसकी शुरुआत हो चुकी है। कांग्रेस के नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बयान जारी कर ईडी की रेड को दलित पर अटैक बताया है।
पंजाब में अवैध बालू खनन के खिलाफ मंगलवार को ईडी ने सीएम चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह हनी के ठिकाने समेत 10 जगहों पर छापे मारे थे। इस मामले में हनी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस भी दर्ज किया गया है। जांच में अब तक 10 करोड़ रुपए की नकदी जब्त की है। इसमें हनी के ठिकाने से जब्त किए गए 8 करोड़ रुपए भी शामिल हैं।
पंजाब विधानसभा चुनाव में समराला सबसे हॉट सीट बन गई है। क्योंकि यहां से किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल चुनाव मैदान में हैं। राजेवाल पंजाब के बड़े किसान नेता हैं और तीन कृषि कानूनों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा का हिस्सा भी रहे हैं।
अब यक्ष प्रश्न खड़ा हो गया है कि कांग्रेस के खेमे से CM Face कौन? ये सवाल ना सिर्फ मतदाता के बीच उठ रहा है, बल्कि पार्टी के भीतर भी इसे लेकर उठा-पटक चल रही है। सिद्धू कई बार यह मांग कर चुके हैं कि पार्टी को सीएम चेहरा घोषित करना चाहिए।
गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने बताया कि उनकी पार्टी को चुनाव आयोग ने रजिस्टर्ड कर लिया है। उन्हें चुनाव चिह्न के तौर पर कप-प्लेट मिला है। वहीं, SSM के संसदीय बोर्ड के सदस्य प्रेम सिंह भंगू ने कहा कि SSP के साथ एक गठबंधन किया है।
राघव चड्ढा ने बार-बार यह भी दावा किया कि यदि उन्हें (AAP) पावर मिलती है तो वह पंजाब में अवैध माइनिंग को रोकने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। चन्नी के सीएम बनने के बाद उन्होंने माइनिंग पर रोक लगाने का दावा भी किया था। इस मसले पर सिद्धू पंजाब के मतदाताओं को पार्टी और अपने साथ जोड़ने की पुरजोर कोशिश करते हैं।
प्रकाश सिंह बादल पिछले दो दिन से तेज बुखार, सर्दी और जुकाम था। डीएमसी में उनका रैपिड टेस्ट भी किया गया है, जिसमें वह कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। बताया जा रहा है कि बादल में कोरोना संक्रमण के लक्षण दिख रहे थे।
2011 की जनगणना के अनुसार, राज्य में हिंदुओं की कुल आबादी का 38.5 प्रतिशत हिस्सा है। राज्य में 45 विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं, जहां हिंदू मतदाताओं की संख्या ज्यादा है। मोगा विधानसभा क्षेत्र के 1.84 लाख मतदाताओं में से करीब एक लाख शहरी हिंदू मतदाता हैं।
बता दें कि पिछले चुनाव में बीजेपी ने शिरोमणि अकाली दल से गठबंधन किया था, तब भाजपा ने अकाली दल की बात मानी और छोटे भाई की भूमिका निभाई थी। इस बार भी भाजपा की तरफ से अपने पारंपरिक सहयोगी अकाली दल की ओर गठबंधन का हाथ बढ़ाया था।