अमृता फडणवीस ने अपना ट्वीट हिंदी में लिखा था। इस ट्वीट को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स ने कई तरह के कमेंट किए। हालांकि बाद में उन्होंने अपने ट्वीट को डिलीट कर दिया। ट्वीट को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है।
महाराष्ट्र की सियासत में संकट के बादल मंडरा रहे हैं। इसी बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी कोविड पॉजिटिव हो गए हैं। राज्यपाल को आनन-फानन में मुंबई के एच.एन. रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एकनाथ शिंदे और देवेन्द्र फडणवीस के बीच अच्छी दोस्ती है। फडणवीस जब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे उस दौरान एकनाथ शिंदे राज्य के पीडब्ल्यूडी मंत्री थे। शिंदे के विभाग में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे का सीधा दखल था।
राष्ट्रपति चुनाव(President Election 2022) से ठीक पहले महाराष्ट्र सरकार संकट में है। MLC चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद शिवसेना के मंत्री एकनाथ शिंदे सहित बागी विधायकों को सूरत से असम के गुवाहाटी भेज दिया गया है। दावा किया जा रहा है कि शिंदे के साथ 40 विधायक हैं। शिंदे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के सामने शर्त रखी है कि शिवसेना NCP और कांग्रेस को अलग करके फिर से भाजपा से गठबंधन करे।
शिवसेना सरकार में कैबिनेट मंत्री और सीनियर लीडर एकनाथ शिंदे (eknath shinde) अपनी ही पार्टी और सरकार के खिलाफ बागी हो गए हैं। वह शिवसेना के 30 विधायकों के साथ सूरत चले गए हैं। साथ ही एनसीपी के साथ सरकार गिराने की मांग की है।
एक दिन पहले सोमवार को महाराष्ट्र के सांगली जिले में एक डॉक्टर परिवार के 9 सदस्यों ने एक साथ सुसाइड कर लिया। अब इस मामले में पुलिस ने 25 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। वहीं 13 लोगों को तो गिरफ्तार भी कर लिया है। वहीं इस सामूहिक सुसाइड केस में कई चौंकाने वाले खुलासे भी हो रहे हैं।
उद्धव ठाकरे सरकार के मंत्री एकनाथ शिंदे, राज्य के 21 विधायकों जिसमें पांच मंत्री हैं और एक निर्दलीय विधायक भी शामिल हैं, को लेकर गुजरात के एक होटल में डेरा डाले हुए हैं। माना जा रहा है कि वह महाअघाड़ी सरकार को गिराने के लिए पूरी लामबंदी कर चुके हैं।
रविवार को महाराष्ट्र में 10 सीटों पर हुए विधानपरिषद की चुनाव में भाजपा को 134 वोट मिले थे। जबकि भाजपा के पास 106 और उसके सहयोगियों के पास मात्र 7 विधायक थे। एकनाथ शिंदे पहले भी कई बार विरोध कर चुके हैं।
महाराष्ट्र की उद्धव सरकार सियासी संकट में फंसती नजर आ रही है। शिवसेना के ही वरिष्ठ नेता और मंत्री एकनाथ शिंदे ने 25 से ज्यादा विधायकों के साथ बगावती तेवर अपना लिए हैं। बता दें कि 2019 में हुए चुनाव के बाद भी महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर 33 दिनों तक सियासी उठापटक चलती रही थी।
महाराष्ट्र सरकार बनाने के लिए 145 सीटों की जरूरत होती है। अभी किसी भी पार्टी के पास ये जादुई आंकड़ा नहीं है। राज्य की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा है जो इस समय विपक्ष में है। रविवार को महाराष्ट्र में हुए विधान परिषद के चुनावों के बाद से एकनाथ शिंदे और उनके समर्थक विधायक गुजरात के सूरत पहुंच गए हैं।