शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट के विधायक सुनील प्रुभु ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाकर सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई है कि वह बागी विधायकों पर जल्द फैसला लेने के संबंध में निर्देश दे।
काफी दिनों से नाराज चल रहे अजीत पवार ने रविवार को अचानक 8 विधायकों के साथ बगावत कर बीजेपी-शिवसेना गठबंधन से हाथ मिला लिया। अजीत पवार ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली तो उनके साथ गए 8 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है।
सोमवार को एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने प्रफुल्ल पटेल और सांसद सुनील तटकरे के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए शरद पवार को लेटर लिखा है।
महाराष्ट्र की सियासत में हड़कंप मचा हुआ है। एनसीपी में दो फाड़ हो चुकी है। देशभर की नजर इस घटनाक्रम पर है। लेकिन कभी एनसीपी पार्टी से जुड़ी रहीं चर्चित सांसद नवनीत राणा का अभी तक कोई बयान नहीं आया है।
रविवार को एनसीपी नेता अजीत पवार ने बगावत कर एनडीए के समर्थन में आ गए। बगावत के कुछ ही मिनट बाद उनको महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिला दी गई साथ ही उनके साथ गए 8 अन्य विधायकों को भी मंत्री बना दिया गया।
शरद पवार ने कहा कि बागियों को उनकी जगह जल्द दिखा दी जाएगी। बीजेपी समाज में डर का माहौल बनाए हुए है। वह राजनीति को गंदा कर रही है।
महाराष्ट्र में अजीत पवार की बगावत के बाद पोस्टर वॉर शुरू हो गया है। इस बीच उद्धव और राज ठाकरे की तस्वीर वाला एक पोस्टर चर्चाओं में है। इस पोस्टर में दोनों से साथ आने की अपील की गई है।
अजित पवार अब महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम हैं। उनके साथ अदिति तटकरे को मंत्री बनाया गया है। अभी तक शिंदे-फडणवीस सरकार में कोई महिला मंत्री नहीं थीं। जिसके कारण शिंदे सरकार की अलोचना भी होती थी। इसी से बचने के लिए उन्हें मिनिस्टर पद दिया है।
NCP में टूट के बाद सोमवार को शरद पवार ने रैली कर शक्ति प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र को अपनी एकता दिखानी होगी। भाजपा चुनी हुई सरकारों को गिरा रही है।
लोकसभा चुनाव 2024 (2024 Lok Sabha Polls) से पहले एनसीपी में फूट हो गई है। भतीजे अजित पवार की बगावत से शरद पवार की पार्टी संकट में है। इससे विपक्षी एकता और लोकसभा चुनाव को लेकर उनकी तैयारी भी प्रभावित हो रही है।