सार
मुंबई में मई में अचानक टूटा 100 साल पुराना बारिश का रिकॉर्ड, कोलाबा में 1 घंटे में 104 मिमी बारिश! शहर डूबा, ट्रेनें और फ्लाइटें प्रभावित। क्या यह सिर्फ मानसून की शुरुआती बरसात है या किसी बड़ी आपदा की पहली चेतावनी? हालात बने बेहद चिंताजनक।
Mumbai monsoon 2025: मुंबई में इस बार मानसून ने अपने तय समय से काफी पहले दस्तक दी है और वो भी एक रिकॉर्डतोड़ अंदाज में। इस बार मई महीने में 295 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई, जो पिछले 100 वर्षों में अब तक का सबसे ज़्यादा है। IMD ने इसे "बहुत भारी बारिश" की श्रेणी में रखा है।
कोलाबा-सांताक्रूज़ में भारी वर्षा, टूटे पुराने आंकड़े
आईएमडी की कोलाबा वेधशाला में अब तक रिकॉर्ड 439 मिमी बारिश हुई। वहीं सांताक्रूज़ ने 272 मिमी दर्ज किया जबकि 2000 में अधिकतम 387 मिमी दर्ज की गई थी।। सिर्फ नरीमन प्वाइंट में ही एक घंटे में 104 मिमी पानी बरस गया। इसे मौसम विभाग ने ‘तीव्र वर्षा’ कहा, लेकिन शहर में हालात ‘आपदा’ जैसे हो गए।
मुंबई की पहली बारिश ने बढ़ाई चिंता
बारिश ने मुंबई की तैयारियों की पोल खोल दी। नरीमन प्वाइंट जैसे क्षेत्रों में सिर्फ एक घंटे में 104 मिमी बारिश दर्ज हुई, जिससे जलभराव, सड़क धंसना, पेड़ और दीवार गिरने जैसी घटनाएं सामने आईं। यहां तक कि हाल ही में शुरू हुआ आचार्य अत्रे चौक मेट्रो स्टेशन भी डूब गया, और मंत्रालय तक जाने वाला मार्ग भी घुटनों तक पानी में डूबा रहा।
येलो अलर्ट के साथ मौसम विभाग की चेतावनी
आईएमडी मुंबई प्रमुख शुभांगी भूटे ने बताया कि मानसून की यह एंट्री औसत से दो हफ्ते पहले हुई है। विभाग ने अगले कुछ दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिससे और अधिक तेज बारिश का खतरा बना हुआ है।
मुंबई की व्यवस्थाएं डूबीं—शहर जलमग्न
मुंबई की पहली ही बारिश ने नगर पालिका और सिस्टम की पोल खोल दी। जिन क्षेत्रों में पहले कभी जलभराव नहीं देखा गया था, वहां भी पानी भर गया। आचार्य अत्रे चौक मेट्रो स्टेशन से लेकर मंत्रालय तक के रास्ते डूब गए।
रेल सेवाएं थमीं, यात्रियों को घंटों इंतज़ार
- बारिश ने मुंबई की लाइफ़लाइन—लोकल ट्रेनों को भी नहीं बख्शा।
- मध्य रेलवे की 50 से ज्यादा ट्रेनें रद्द
- पश्चिम रेलवे की 18 सेवाएं बंद
- हार्बर लाइन पर बुरी तरह असर
हवाई यातायात बाधित, फ्लाइट्स डायवर्ट
- मुंबई एयरपोर्ट पर विज़िबिलिटी कम होने से फ्लाइट्स प्रभावित रहीं।
- एयर इंडिया की अहमदाबाद-मुंबई फ्लाइट वापस भेजी गई
- गोवा से आने वाली फ्लाइट को इंदौर डायवर्ट किया गया
मालाबार हिल से लेकर माहिम तक ढहीं दीवारें, टूटीं सड़कें
शहर में भारी बारिश के कारण माहिम, तीन बत्ती, मालाबार हिल और केम्प्स कॉर्नर में दीवार गिरने, पेड़ गिरने और सड़क धंसने जैसी घटनाएं हुईं। 20 से अधिक BEST बस रूट डायवर्ट करने पड़े और दर्जनों बसें फंसी रहीं।
बादल फटा नहीं, लेकिन डर बना हुआ है!
IMD ने साफ किया कि यह बादल फटना नहीं बल्कि तेज और लगातार बारिश थी, लेकिन शहर के हालात देखकर लग रहा था जैसे किसी प्राकृतिक आपदा की शुरुआत हो चुकी हो। क्या यह केवल एक संकेत है आने वाले बड़े खतरे का?
क्या यह सामान्य मानसून था या संकेत किसी बड़े खतरे का?
आईएमडी ने स्पष्ट किया कि यह घटना 'बादल फटना' नहीं बल्कि 'तीव्र वर्षा' की श्रेणी में आती है। लेकिन शहर पर इसका प्रभाव किसी आपदा से कम नहीं रहा। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर ऐसे हालात मई में हैं, तो आने वाले जून-जुलाई में स्थिति और भी भयावह हो सकती है।