Maharashtra Child Accident: वसई में 12वीं मंजिल से गिरकर 4 साल की बच्ची की मौत हो गई। हादसा उस समय हुआ जब मां ने उसे खुले खिड़की के पास जूते की रैक पर बैठाया था। सीसीटीवी में कैद यह घटना दिल दहला देने वाली है। जांच जारी है।
Vasai Building Accident: वसई (महाराष्ट्र) में एक चार साल की बच्ची की दर्दनाक मौत ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है। एक पल में हँसी-खुशी का माहौल मातम में बदल गया। माँ की एक क्षण की असावधानी ने उस बच्ची की जिंदगी छीन ली, जो बस रिश्तेदार के घर आई थी।
घटना 22 जुलाई की रात करीब 8:30 बजे की है। माँ और बेटी वसई में एक रिश्तेदार के फ्लैट में मिलने आई थीं। लौटने की तैयारी चल रही थी कि तभी एक छोटी सी चूक ने सब कुछ बदल दिया। माँ ने बच्ची को जूते रखने की रैक पर बिठा दिया, जो एक खुली खिड़की के पास थी। उस खिड़की में कोई सुरक्षा ग्रिल नहीं था।
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CCTV फुटेज ने खोल दी पूरी कहानी
सीसीटीवी में कैद वीडियो में देखा गया कि बच्ची जूतों के पास खेल रही है। माँ उसे उठाकर रैक पर रखती है और खुद चप्पल पहनने लगती है। कुछ ही सेकंड बाद बच्ची पीछे घूमती है, खिड़की पर टिकने की कोशिश करती है- और अचानक उसका संतुलन बिगड़ता है। वह सीधा नीचे गिर जाती है।
चीखें गूंजीं, पड़ोसी दौड़े, लेकिन बहुत देर हो चुकी थी
घटना के फौरन बाद माँ की चीख सुनाई देती है। एक पुरुष तेज़ी से सीढ़ियों की तरफ भागता है। आस-पास की महिलाएं भी दौड़कर बाहर आती हैं। एक महिला खिड़की पर चढ़कर नीचे झांकती है - मगर तब तक सब कुछ खत्म हो चुका था।
यह हादसा कई गंभीर सवाल खड़े करता है। अगर खिड़की पर सुरक्षा ग्रिल होती या बच्ची को ज़मीन पर बैठाया गया होता, तो शायद उसकी जान बच सकती थी? क्या हम ऊंची इमारतों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर अब भी उतने जागरूक नहीं हैं?
मामला दर्ज, लेकिन दर्द बाकी है
पुलिस ने इसे 'दुर्घटनावश मृत्यु' के रूप में दर्ज किया है। बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई। किसी पर आपराधिक मामला दर्ज नहीं हुआ है, लेकिन उस परिवार के जीवन में जो खालीपन आया है, वह कभी नहीं भर सकता।
यह हादसा उन तमाम माता-पिता के लिए एक चेतावनी है, जो ऊंची इमारतों में बच्चों के साथ रहते हैं। घर की खिड़कियाँ, बालकनी और ऊंची जगहें, ये सब बहुत खतरनाक हो सकती हैं अगर उन पर सुरक्षा इंतज़ाम न हों।
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