सार
Maharashtra Court: महाराष्ट्र के पुणे के डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने एक जज ने भरी कोर्ट में महिला से ऐसा सवाल पूछ लिया कि वह चर्चा का विषय बन गया है। जज ने महिला से पूछा कि तुम गले में मंगलसूत्र नहीं पहनती, माथे में सिंदूर नहीं लगाती। पति तुममें दिलचस्पी क्यों लेगा।
महिला ने अपने पति पर घरेलू हिंसा का आरोप लगाया था। वकील अंकुर आर जहागीरदार ने सोशल मीडिया पर पुणे कोर्ट में घटी इस घटना की जानकारी दी है। दंपति कुछ समय पहले अलग हो गए थे। जज की कोशिश थी कि पति-पत्नी बातचीत कर विवाद का हल करें। इसके लिए उन्होंने पति-पत्नी के बीच मध्यस्थता भी की।
जज ने महिला से कहा-आप विवाहित महिला की तरह व्यवहार नहीं करतीं
मध्यस्थता के दौरान जज ने महिला की ओर मुड़कर कहा, "मैं देख सकता हूं कि आपने मंगलसूत्र और बिंदी नहीं पहनी है। यदि आप एक विवाहित महिला की तरह व्यवहार नहीं करती हैं तो आपके पति आपमें कोई दिलचस्पी क्यों दिखाएंगे?" जज ने महिला द्वारा मांग में सिंदूर नहीं लगाने पर भी आपत्ति व्यक्त की।
मध्य प्रदेश के कोर्ट ने कहा था मांग में सिंदूर लगाना है विवाहित महिला का कर्तव्य
इससे पहले पिछले साल मार्च में इसी तरह की घटना मध्य प्रदेश के इंदौर के एक पारिवारिक कोर्ट में घटी थी। जज ने महिला को तत्काल प्रभाव से अपने पति के घर लौटने के लिए कहा था। कहा था कि मांग में सिंदूर लगाना विवाहित हिंदू महिला का कर्तव्य है। इससे पता चलता है कि वह विवाहित है।
इंदौर फैमिली कोर्ट के जज एन.पी. सिंह ने यह निर्देश एक व्यक्ति की याचिका पर दिया था। उसकी पत्नी 5 साल से अलग रह रही थी। दोनों की शादी 2017 में हुई थी।