सार

हरियाणा के हिसार (Hisar) में एक चौंकाने वाला इंश्योरेंस फ्रॉड (Insurance Fraud) सामने आया। कर्ज में डूबे राममेहर ने हत्या कर खुद को मृत साबित करने की कोशिश की, ताकि ₹1.51 करोड़ का इंश्योरेंस क्लेम मिल सके। कोर्ट ने उसे उम्रकैद की सजा सुनाई।

Haryana Insurance Fraud: हरियाणा (Haryana) के हिसार (Hisar) में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया जहां एक शख्स ने इंश्योरेंस क्लेम (Insurance Claim) पाने के लिए अपनी ही मौत का नाटक रच डाला। उसने अपने हमशक्ल (Lookalike) की हत्या कर शव को जला दिया ताकि उसे 1.51 करोड़ का बीमा भुगतान (Insurance Payout) मिल सके। हालांकि, पुलिसिया जांच में साजिश पर से पर्दा उठ गया। अब हिसार कोर्ट (Hisar Court) ने मुख्य आरोपी राममेहर (Rammehar) को उम्रकैद (Life Imprisonment) की सजा सुनाई है।

कैसे रची गई साजिश?

मामला 6 अक्टूबर 2020 का है। हिसार के डाटा गांव (Data Village) के रहने वाले राममेहर पर भारी कर्ज था। कोविड-19 लॉकडाउन (Covid-19 Lockdown) के बाद उसकी फैक्ट्री घाटे में जा रही थी और उस पर ₹1.5 करोड़ का कर्ज (Financial Debt) था। इस दौरान उसने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) से ₹1.1 करोड़ और पंजाब नेशनल बैंक (PNB) से ₹50 लाख का जीवन बीमा (Life Insurance Policy) लिया। पहले वह आत्महत्या करना चाहता था ताकि उसके परिवार को इंश्योरेंस क्लेम मिल सके लेकिन फिर उसने अपनी मौत का नाटक करने की साजिश रची।

हमशक्ल की हत्या और जलती कार से फैलाई गई झूठी मौत की खबर

6 अक्टूबर को राममेहर ने एक्सिस बैंक (Axis Bank) से 11 लाख रुपये निकालकर अपने गांव आया। उसने अपने हमशक्ल रामलू (Ramlu) को शराब पिलाई। फिर नशे में होने के बाद उसकी गला घोंटकर हत्या (Strangulation Murder) कर दी। इसके बाद उसने शव को अपनी कार में रखा और डीजल डालकर आग लगा दी (Car Set on Fire) ताकि लोग इसे उसकी मौत मान लें।

पुलिस जांच में खुली पोल

7 अक्टूबर को राममेहर के भाई अमित (Amit) ने हांसी सदर पुलिस स्टेशन (Hansi Sadar Police Station) में शिकायत दर्ज कराई। अमित ने बताया कि राममेहर ने 11 लाख रुपये लेकर घर फोन किया था और कहा था कि उसे एक कार और दो बाइक वाले लोग पीछा कर रहे हैं। बाद में परिवार को एक जली हुई कार में एक जला हुआ शव (Burnt Body) मिला जिसे राममेहर का समझ लिया गया।

लेकिन पुलिस की फॉरेंसिक जांच (Forensic Investigation) और गहराई से की गई छानबीन में सच्चाई सामने आई। पुलिस ने राममेहर को बिलासपुर, छत्तीसगढ़ (Bilaspur, Chhattisgarh) से जिंदा पकड़ा (Rammehar Found Alive), जिससे उसकी पूरी साजिश का पर्दाफाश हो गया।

कोर्ट का फैसला और साजिश में शामिल दो महिलाएं भी दोषी करार

अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश गगनदीप मित्तल (Additional Sessions Judge Gagandeep Mittal) की अदालत ने राममेहर को उम्रकैद की सजा (Life Imprisonment) सुनाई है। इस मामले में शामिल रानी और सुनीता (Rani & Sunita) नाम की दो महिलाओं को भी दोषी पाया गया और उन्हें भी सजा सुनाई गई।

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