उज्जैन में गद्दे में लिपटी महिला की लाश जंगल में मिली। गला दबाया गया था, शरीर पर कुल्हाड़ी के निशान थे। राज खुला तो सब सन्न रह गए—बेटे ने ही मां को मौत के घाट उतारा, वजह थी उसकी शादीशुदा जिंदगी में मां का दखल।

Ujjain crime news: MP के उज्जैन जिले के उन्हेल थाना क्षेत्र में 27 मई की सुबह ग्राम नवादा स्थित श्मशान घाट के पास एक महिला की लाश संदिग्ध हालत में बरामद हुई। शव गद्दे में लिपटा हुआ था और शरीर खून से सना हुआ था। महिला के गले पर दबाव के निशान और शरीर पर धारदार हथियार के घाव देखे गए। पुलिस ने मामले को हत्या मानते हुए जांच शुरू की।

‘ॐ कमलाबेन’ टैटू से हुई मृतका की पहचान, परिजनों ने शव की पुष्टि की

शुरुआती जांच में पुलिस को महिला की पहचान नहीं मिल सकी। लेकिन उसके हाथ पर गुदा ‘ॐ कमलाबेन’ टैटू सुराग बना। फोटो सभी थानों में भेजे गए और जल्द ही पुष्टि हुई कि शव कमला बाई पत्नी स्वर्गीय ईश्वर बागरी, निवासी ग्राम दुनालजा थाना इंगोरिया का है। परिजनों ने शव की पुष्टि कर दी, महिला 2-3 दिन से लापता थी।

शौच के दौरान खोला राज: भतीजे ने बताया बेटे ने कर दी हत्या

जांच में नया मोड़ तब आया जब मृतका के भतीजे दिनेश ने पुलिस को बताया कि 25 मई की सुबह अर्जुन (मृतका का बेटा) ने शौच के दौरान कबूल किया था कि उसने अपनी मां की हत्या कर दी है। आरोपी ने यह भी बताया कि मामा के बेटे रितेश की मदद से हत्या कर शव जंगल में फेंक दिया।

बेटे की कबूलनामाः मां करती थी दखल, इसलिए उतारा मौत के घाट

पुलिस ने आरोपी अर्जुन पिता स्व. ईश्वर बागरी (20 वर्ष) को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने सनसनीखेज खुलासा किया। अर्जुन ने बताया कि मां उसकी शादीशुदा जिंदगी में लगातार दखल देती थी, जिससे वह मानसिक रूप से परेशान हो गया था। उसने मामा के बेटे रितेश के साथ मिलकर पहले मां का गला घोंटा, फिर कुल्हाड़ी से वार कर उसकी हत्या कर दी।

हत्या के बाद बना प्लान: दोस्त ने दी जंगल में फेंकने की सलाह

हत्या के बाद दोनों ने जुझार गुर्जर नामक तीसरे व्यक्ति को सारी बात बताई। जुझार ने ही शव को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया। तीनों ने शव को गद्दे में लपेटा और जुझार की बाइक पर लादकर जंगल के एक कुएं के पास फेंक दिया। यह पूरा काम इतनी सफाई से किया गया कि कोई आसानी से शक न कर सके।

सबूत बरामद, दो आरोपी अब भी फरार

पुलिस ने आरोपी अर्जुन से हत्या में इस्तेमाल किया गया गमछा बरामद कर लिया है। दो अन्य आरोपी—रितेश पिता कमल बागरी (19 वर्ष) और जुझार गुर्जर पिता कचरुलाल (40 वर्ष), दोनों निवासी ग्राम दुनालजा—अब भी फरार हैं। उनकी तलाश में पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं।