Raisen crime news: मध्य प्रदेश में कांग्रेस विधायक के पोते दिव्यम का रहस्यमय अपहरण पूरे इलाके में सनसनी फैला गया। बिना कोई CCTV सुराग के बच्चा गायब हुआ, लेकिन कुछ ही घंटों में पुलिस ने मासूम को छिंदवाड़ा से सकुशल बरामद कर लिया।
MP MLA grandson kidnapping: सुबह का वक्त था, घर के आंगन में मासूम दिव्यम खेल रहा था. किसी को क्या पता था कि कुछ ही घंटों में उस घर की हंसी, चीखों में बदल जाएगी. दो साल का दिव्यम, जो कांग्रेस विधायक देवेंद्र पटेल का पोता है, अचानक रहस्यमय ढंग से गायब हो गया. बेगमगंज तहसील के पालोहा गांव में यह घटना होते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया. पुलिस को अपहरण की आशंका हुई और फिर जो ऑपरेशन शुरू हुआ, वो किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं था. आखिरकार 200 किमी दूर छिंदवाड़ा से बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया गया.
अपहरण की आशंका, डेढ़ किलो सोने की फिरौती और रिश्तेदार निकले आरोपी
पुलिस अधीक्षक पंकज कुमार पांडे ने पुष्टि की कि दिव्यम के अपहरण में उसके तीन रिश्तेदार ही शामिल थे. उन्होंने बच्चे को उस जगह से अगवा किया जहां सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा था. यही नहीं, वे एक धमकी भरा पत्र भी छोड़ गए जिसमें डेढ़ किलो सोना मांगते हुए अंजाम भुगतने की चेतावनी दी गई थी. यह घटना गुरुवार को सुबह लगभग 11 बजे की है, जब दिव्यम अपने घर के पिछले आंगन में खेल रहा था. कुछ ही पलों में वो गायब हो गया और पूरे घर में हड़कंप मच गया.
घर के नौकर, रिश्तेदार और आस-पड़ोस के लोग जांच के घेरे में
पुलिस ने तुरंत गुमशुदगी और अपहरण की धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू की. शुरुआती जांच में पाया गया कि घर पर उस वक्त केवल महिलाएं मौजूद थीं. सभी नौकरों, रिश्तेदारों और आसपास के लोगों से पूछताछ की गई. पुलिस ने घर के पास लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग खंगाली, जिसमें दिव्यम को आखिरी बार सुबह 11:02 बजे आंगन में देखा गया था. यह फुटेज जांच का अहम सुराग बना.
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने हर संसाधन झोंक दिया. खोजी कुत्तों की टीम, ड्रोन से हवाई निगरानी, साइबर सेल द्वारा कॉल डिटेल्स की जांच हर पहलू पर काम हुआ. गांव और आसपास के जंगलों, खेतों और रास्तों की गहन तलाशी ली गई. इसके अलावा सभी प्रवेश व निकासी बिंदुओं पर सख्त चेकिंग शुरू कर दी गई.
200 किलोमीटर दूर तामिया से सकुशल मिला बच्चा, गांव में मनी खुशी
लगातार प्रयासों के बाद पुलिस को सफलता मिली और छिंदवाड़ा जिले के तामिया से दिव्यम को अपहरणकर्ताओं से बरामद कर लिया गया. इसके बाद जैसे ही पुलिस दिव्यम को लेकर गांव पहुंची, वहां का नजारा देखने लायक था. ग्रामीणों ने फूल बरसाकर और पटाखे चलाकर दिव्यम का स्वागत किया. पुलिसकर्मियों को शॉल और श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया. पूरे रायसेन जिले में पुलिस की कार्यशैली की सराहना हो रही है.
इस पूरे घटनाक्रम ने बता दिया कि अपहरण जैसी संगीन वारदातें अब गांवों में भी सुनियोजित तरीके से हो रही हैं. लेकिन पुलिस की तेजी, तकनीक का इस्तेमाल और सटीक योजना के कारण एक मासूम की जान बच सकी. अपहरण के तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिनसे पूछताछ जारी है. बच्चा सुरक्षित है और पूरे परिवार में अब फिर से खुशियों की बहार लौट आई है.
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