MP के शहडोल में ट्रैफिक हेड कांस्टेबल विवेकानंद तिवारी का एक वीडियो इंटरनेट पर तहलका मचा रहा है। 4 दिन में 3 करोड़ से ज्यादा लोगों ने देखा, लेकिन सवाल ये—क्या सिर्फ वीडियो वायरल हुआ या इसके पीछे कोई गहरा संदेश भी है जो सबको सोचने पर मजबूर कर रहा है?
Shahdol viral constable video: मध्य प्रदेश के शहडोल में पदस्थ ट्रैफिक हेड कांस्टेबल विवेकानंद तिवारी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तूफान की तरह वायरल हो गया है। चार दिन में 3 करोड़ से अधिक लोग इस वीडियो को देख चुके हैं।
इंस्टाग्राम पर 1.42 करोड़ व्यूज: एक मैसेज ने दिल छू लिया
विवेकानंद तिवारी द्वारा इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया गया वीडियो एक सनरूफ कार से जुड़ा है, जिसमें वे बच्चों को खतरे से आगाह करते हुए दिखते हैं। कांस्टेबल ने ड्राइवर को यह समझाया कि चलती गाड़ी में बच्चों को सनरूफ से बाहर खड़ा करना जानलेवा हो सकता है।
जनता की सुरक्षा पहले: ट्रैफिक नियमों पर ईमानदारी से काम
वीडियो में विवेकानंद बेहद शांत, व्यावसायिक और समझाने वाले अंदाज में नजर आते हैं। वह बताते हैं कि यदि अचानक ब्रेक लगे तो बच्चा सीधे सड़क पर गिर सकता है—और यही छोटी-सी लापरवाही बड़ा हादसा बन सकती है।
सोशल मीडिया पर धमाल: लाखों फॉलोअर्स और करोड़ों व्यूज
- YouTube पर: 80 लाख सब्सक्राइबर
- Facebook पर: 46 लाख फॉलोअर्स
- Instagram पर: 16 लाख फॉलोअर्स
लोग उनकी इस जागरूकता मुहिम को दिल से सराह रहे हैं और उनका वीडियो अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर 3 करोड़ से अधिक बार देखा जा चुका है।
वीडियो एडिटिंग से लेकर अपलोडिंग तक: पत्नी वंदना हैं मजबूत सहयोगी
विवेकानंद तिवारी बताते हैं कि सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करने का पूरा काम उनकी पत्नी वंदना करती हैं। वहीं वो खुद वीडियो शूटिंग और स्क्रिप्ट पर ध्यान देते हैं।
कोरोना काल से शुरू हुई ये डिजिटल मुहिम
कोविड महामारी के बाद से विवेकानंद तिवारी ने वीडियो के माध्यम से जनता को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक करने का बीड़ा उठाया। धीरे-धीरे उनकी ये मुहिम एक वाइरल ब्रांड में बदल गई।
विभागीय सम्मान: कई बार मिल चुका है पुलिस विभाग का सम्मान
उनकी ईमानदारी और जुनून को देखते हुए शहडोल पुलिस विभाग और वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें कई बार सम्मानित किया है। वो न सिर्फ एक कांस्टेबल हैं, बल्कि एक असली रोल मॉडल बन चुके हैं।
सिर्फ वायरल नहीं, विचारोत्तेजक भी है ये मुहिम
इस वायरल वीडियो ने ट्रैफिक नियमों की अहमियत को नई परिभाषा दी है। एक कांस्टेबल का सरल सा संदेश—"सावधानी ही सुरक्षा है"—लाखों लोगों तक असरदार तरीके से पहुंच चुका है।