सार

MP के सतना के चित्रकूट जंगल में दो सगे भाइयों के कंकाल पेड़ से लटके मिले। तीन महीने से लापता जितेंद्र और वीरेंद्र यादव की पहचान परिजनों ने की। पुलिस हत्या या आत्महत्या की जांच कर रही है। क्या है इस रहस्यमय मौत का सच?

Satna News: मध्य प्रदेश के सतना जिले के चित्रकूट क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। तीन महीने से लापता दो सगे भाइयों के कंकाल जंगल में पेड़ से लटके हुए मिले हैं। यह घटना गुप्त गोदावरी क्षेत्र के घने जंगलों में हुई, जहां कंकालों की हालत देखकर लोग हैरान हैं। हड्डियां बुरी तरह टूटी हुई थीं और कुछ जमीन पर बिखरी हुई थीं। पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच कर रही है।

मृतकों की पहचान और घटना की जानकारी

मृतकों की पहचान जितेंद्र यादव (18) और वीरेंद्र यादव (22) के रूप में हुई है। वे 28 जनवरी से लापता थे। घटना चित्रकूट में गोदावरी मोड़ के पास हुई। दोनों भाई नई बस्ती के रहने वाले बताए जा रहे हैं। परिजनों ने कोलगवां थाने में इसकी सूचना दी थी। पुलिस ने 31 जनवरी को गुमशुदगी का मामला दर्ज किया था। मां ने उनकी पहचान की।

पेड़ पर फांसी के फंदे पर लटके मिले कंकाल

पेड़ पर फांसी के फंदे से लटके दोनों कंकाल कुछ दूरी पर थे। वे अलग-अलग पेड़ों पर लटके हुए थे। हड्डियों के कई हिस्से टूटकर जमीन पर गिर गए थे। घटना की सूचना मिलते ही चित्रकूट पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है।

पढ़ाई के लिए किराए के मकान में रह रहे थे दोनों भाई

जानकारी के अनुसार, दोनों भाई सतना की नई बस्ती में किराए के कमरे में रहकर पढ़ाई कर रहे थे। वे मूल रूप से बरौंधा थाना क्षेत्र के पांगी पुरवा गांव के रहने वाले थे। दोनों भाई 28 जनवरी से लापता थे। परिजनों ने कोलगवां थाने में इसकी सूचना दी थी। चित्रकूट एसडीओपी रोहित राठौर ने मामले की जानकारी दी। घटना के बाद से परिवार में गम और लोगों में डर का माहौल है।

पुलिस अपनी जांच में मान रही ये कारण

पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में यह आत्महत्या का मामला प्रतीत हो रहा है, लेकिन पुलिस हत्या की संभावना से भी इंकार नहीं कर रही है। पुलिस ने घटनास्थल से कुछ साक्ष्य एकत्रित किए हैं और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। जांच के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि यह घटना आत्महत्या थी या हत्या।