- Home
- States
- Madhya Pradesh
- Shahdol News: पत्नी को वापस लाने के नाम पर Video कॉल की शर्त, और फिर कर दिया घिनौना कांड
Shahdol News: पत्नी को वापस लाने के नाम पर Video कॉल की शर्त, और फिर कर दिया घिनौना कांड
MP के शहडोल में पत्नी 2 साल से मायके में थी, तभी एक वीडियो कॉल ने उसकी ज़िंदगी बदल दी। जो सोचा नहीं था, वही हुआ—उसकी गरिमा को सोशल मीडिया पर उछाल दिया गया। आखिर पति ने ऐसा क्यों किया? सच हैरान कर देगा!
- FB
- TW
- Linkdin
Follow Us
)
2 साल से मायके में रह रही थी पत्नी
शहडोल जिले के जैतपुर थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जहां एक पति ने अपनी पत्नी के साथ विश्वासघात किया और उसकी निजता को तार-तार कर दिया।
2 साल से मायके में थी पत्नी, पति ने दिया विश्वासघात का जख्म
पीड़िता पिछले दो वर्षों से अपने मायके में रह रही थी। पति-पत्नी के रिश्ते में काफी समय से तनाव था। अचानक पति ने एक दिन वीडियो कॉल किया और पत्नी से कहा – "जो मैं कहूं, वो मानोगी तो घर वापस ले आऊंगा।"
वीडियो कॉल पर रिकॉर्ड किया आपत्तिजनक वीडियो
पत्नी को भरोसे में लेकर पति ने वीडियो कॉल के जरिए उसे आपत्तिजनक हरकतें करने को मजबूर किया और उनका वीडियो रिकॉर्ड कर लिया। इसके बाद उस वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिससे महिला की सामाजिक प्रतिष्ठा को गहरी ठेस पहुंची।
विरोध करने पर की मारपीट, महिला ने दर्ज कराई रिपोर्ट
जब पत्नी को इस शर्मनाक हरकत की जानकारी मिली तो वह तुरंत अपने पति के घर पहुंची और विरोध जताया। इसके जवाब में पति ने उसके साथ मारपीट भी की। महिला ने साहस दिखाते हुए जैतपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई।
थाना प्रभारी का बयान: आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई
जैतपुर थाना प्रभारी रामकुमार गायकवाड़ ने बताया कि आरोपी के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है और मामले की गंभीरता को देखते हुए सख्त जांच शुरू कर दी गई है।
“मैंने उस पर भरोसा किया, लेकिन उसने मेरी इज्जत को कुचला” – पीड़िता
महिला ने कहा: "मैंने अपने पति पर भरोसा किया, लेकिन उसने मेरी गरिमा को चोट पहुंचाई। मैं सिर्फ इंसाफ चाहती हूं।"
एक बार फिर उठे सवाल – क्या कानून रिश्तों में भरोसे को बचा पाएगा?
यह मामला न सिर्फ एक अपराध की कहानी है, बल्कि यह सवाल भी खड़ा करता है कि क्या डिजिटल माध्यमों पर भरोसा करना अब सुरक्षित है? और क्या रिश्तों के भीतर का हिंसक रूप सामाजिक चेतना को जगा पाएगा?