Rahul Gandhi Bhopal Visit: 10 साल बाद राहुल गांधी भोपाल के PCC ऑफिस जाएंगे। संगठन सृजन अभियान के तहत होगा बड़ा बदलाव, नए जिलाध्यक्षों पर होगा फैसला, ईमानदारों को मिलेगी अहम भूमिका और फूल छाप कांग्रेसियों की छुट्टी तय! क्या कांग्रेस में आएगा नया युग?
Rahul Gandhi Bhopal Visit 2025: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और रायबरेली से सांसद राहुल गांधी आज 3 जून को भोपाल पहुंच रहे हैं। वे यहां ‘कांग्रेस संगठन सृजन अभियान’ की विधिवत शुरुआत करेंगे। इस दौरान वे पार्टी के पदाधिकारियों, विधायकों, पर्यवेक्षकों और जिला अध्यक्षों के साथ सात घंटे तक मैराथन बैठक करेंगे।
10 साल बाद राहुल गांधी पहुंचेंगे PCC दफ्तर
राहुल गांधी एक दशक बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्यालय (PCC) में कदम रखेंगे। इस दौरे को कांग्रेस के लिए "संगठनात्मक नवचेतना" का प्रतीक माना जा रहा है। उनका दौरा पुराने समर्पित नेताओं को अहमियत और निष्क्रिय नेताओं की छुट्टी का संकेत भी है।
बैठकें कहां होंगी और किससे होगी चर्चा?
- राहुल गांधी की बैठकें दो मुख्य स्थानों पर होंगी—PCC मुख्यालय और रवीन्द्र भवन सभागार।
- सुबह 11 बजे से PCC में बैठकें शुरू होंगी।
- दोपहर 2:30 बजे से रवीन्द्र भवन में बड़े स्तर की बैठकें होंगी।
बैठकों का शेड्यूल क्या रहेगा शेड्यूल?
- 11:00 - 12:00: राजनीतिक मामलों की समिति
- 12:00 - 12:30: सांसदों और विधायकों के साथ संवाद
- 12:30 - 1:30: AICC पर्यवेक्षकों और प्रभारियों के साथ बैठक
- 1:30 - 2:30: अनौपचारिक चर्चाएं
- 2:30 - 4:00: ब्लॉक, जिला अध्यक्ष, AICC प्रतिनिधियों के साथ सम्मेलन
राहुल गांधी को मिलेगा जातिगत जनगणना पर धन्यवाद
इस दौरे के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता राहुल गांधी को जातिगत जनगणना की मांग को संसद में मजबूती से उठाने के लिए औपचारिक धन्यवाद देंगे। इस अवसर को लेकर सोशल मीडिया पर कैंपेन भी चलाया जा रहा है।
राहुल का लंच: मेन्यू और जगह अभी तय नहीं!
हालांकि यह स्पष्ट है कि राहुल गांधी भोपाल में ही लंच करेंगे, लेकिन अभी तक यह तय नहीं हो सका है कि वे कहां और क्या खाना पसंद करेंगे। कांग्रेस के भीतर इसे लेकर असमंजस की स्थिति है।
कांग्रेस संगठन में क्या होगा बदलाव?
राहुल गांधी के नेतृत्व में "संगठन सृजन अभियान" के तहत नए जिला अध्यक्षों का चुनाव कराया जाएगा। इसमें ईमानदारी से काम करने वालों को पद और जिम्मेदारी दी जाएगी, जबकि निष्क्रिय नेताओं को हटाया जाएगा। यह अभियान कांग्रेस को 2028 विधानसभा चुनावों से पहले मजबूत करने का प्रयास है।