मासूम तौसीफा अपनी मां की तरह देखादेखा करती थी। एक दिन यही चंचलता उसकी मौत की वजह बन गई। पिता कहा कि, हम दसूरे मंजिल पर रहते थे, नीचे एक किराने की दुकान थी तो मेरी पत्नी अक्सर खिड़की से रस्सी के जरिए बाल्टी डालकर सामान लिया करती थी। एक दिन बेटी ने भी बाल्टी नीचे डाल दी और वह सिर के भर नीचे गिर गई।