बिजली के तारों पर खतरनाक कलाबाजी का यह दृश्य ग्वालियर जिले के डबरा रेलवे स्टेशन का है। घटना मंगलवार सुबह की है। एक शख्स अचानक तारों पर चढ़कर नौटंकी करने लगा। यह देखकर रेलवे स्टॉफ का पसीना छूट गया।
ग्वालियर के डबरा रेलवे स्टेशन के पास एक युवक रेलवे के बिजली तार पर चढ़ गया। जिसे रेलवे का इंजन ले आकर काफी मशक्कत के बाद नीचे उतारा गया। पुलिस ने युवक का मानसिक संतुलन खराब बताया है।
सरकार करोड़ों रुपए खर्च करके बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान चला रही है। लेकिन ये शिक्षक बिना एक रुपए खर्च किए बेटियों के इस क्षेत्र में काम कर रहे है।
बता दें कि भारतीय क्रिकेट टीम सोमवार को 14 नवंबर को इंदौर के होलकर स्टेडियम में होने वाले टेस्ट मैच के लिए पहुंची है। यहां वह बांग्लादेश क्रिकेट टीम के साथ मैच खिलेगी।
इस मामले को लेकर जब मीडिया ने उनसे सवाल किया तो मंत्री जी ने कहा-मैं तो सिंधियाजी का सेवक हूं। इसलिए उनके परिवार की चरण वंदना करता हूं। मुझे तो उनके पैर पड़ने में खुशी होती है। इसमें किसी को क्या आपत्ति होती है।
आरोपी महिला चंपा की तीन शादिया हो चुकी हैं। इसके पहले उसके दोनों पतियों की मौत हो चुकी है। 10 साल पहले उसने मृतक से कोर्ट मैरिज की थी। लेकिन उसके पड़ोसी से अवैध संबंध बन गए, जहां उसने प्रेमी के साथ मिलकर तीसरे पति की 8 नवंबर को हत्या कर दी।
जब 1992 अयोध्या का विवादित ढांचा टूटने के बाद जिस तरह से देश में दंगे हुए और खून-खराबा हुआ तो वह दुखी हो गईं। बस उसी दिन से उन्होंने संकल्प ले लिया की जब तक राम मंदिर का कोई फैसला और भाईचारे के साथ मंदिर का निमार्ण नहीं हो जाता मैं अन्न ग्रहण नहीं करुंगी। चाहे कुछ भी क्यों न हो जाए।
यह मामला जबलपुर शहर में सामने आया है। जहां पांच पुलिसकर्मियों को ड्यूटी के दौरान मोबाइल पर वाट्सऐप पर चैटिंग और वीडियो देखते हुए अफसरों ने रंगेहाथ पकड़ा है। एसपी ने संवेदनशील इलाकों में औचक निरीक्षक के दौरान इन पुलिसकर्मियों को सोशल मीडिया पर व्यस्त देखा था।
राजधानी भोपाल में शनिवार के दिन चप्पे-चप्पे पर भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात था। पूरे शहर में धारा 144 लागू थी। इसके बाद भी दोनों मासूम अपने हाथों में बिस्किट-नमकीन और चाय लेकर निकल पड़े। जवानों ने कहा-हम लगातार ड्यूटी देकर थक गए थे। लेकिन बच्चे के प्यार ने सब भुला दिया।
दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार को मंदिर के निमार्ण के लिए सलाह दी है। उन्होंने कहा कि अब सरकार को राम मंदिर बनवाने के लिए देश की पांच पीठों के शंकराचार्यों को शामिल करना चाहिए। साथ ही राम मंदिर निर्माण के नाम पर जमा हुई धनराशि का उपयोग करना चाहिए।