हादसे में शिकार हुए बारात की कार उज्जैन शहर के वाल्मीकि बस्ती में रहने वाले सुभाष के घर आ रही थी। जहां सुभाष अपनी तीन बेटियों की शादी एक साथ और एक ही मंडप से कर रहे थे। खुशी का माहौल था, महिलाएं मंगल गीत गा रहीं थीं। वहीं तीनों बहनें हाथों में मेहंदी लगाकर सज-धजकर बैठी थीं। एक हादसे ने सब मातम बिखेर दिया।