नामांकन फार्म भरने के बाद चुनाव लड़ने की तैयारी में जुट गए भाजपा नेता, मंत्री की बेटी, पूर्व विधायक सहित अन्य 14 प्रत्याशियों को बड़ा झटका लगा है। क्योंकि रिटर्निंग अधिकारी ने इनके नामांकन फार्म निरस्त कर दिए हैं।
कमलनाथ द्वारा मध्य प्रदेश को चौपट प्रदेश कहे जाने के बाद CM शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार किया। उन्होंने कहा- 'मुझसे बैर है तो मुझे भला—बुरा कहें, प्रदेश को बदनाम न करें कमलनाथ। प्रदेश का अपमान सहन नहीं करेगी जनता, कांग्रेस को मुंहतोड़ जवाब देगी'।
मध्य प्रदेश के दमोह में एक पटाखा फैक्ट्री में मंगलवार को बड़ा धमाका हो गया। जिसमें 4 लोगों की मौत हुई है। फैक्ट्री का मालिक भी मरने वालों में शामिल है। जानकारी तत्काल पुलिस-प्रशासन मौके पर पहुंचा।
Madhya Pradesh Election 2023 230 विधानसभा वाले मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान होगा। एमपी में सभी नेताओं ने कल नामांकन दाखिल कर दिया है।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को पर्चा भरा है। इस दौरान अपनी संपत्ति का ब्यौरा दिया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन फार्म जमा किया। सीएम का इस मौके पर ऐतिहासिक रोड शो भी हुआ। जहां उन्होंने कमलनाथ और राहुल गांधी को आड़े हाथ लिया।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज बुधनी विधानसभा से अपना नामांकन फार्म जमा किया। इस दौरान उन्होंने कहा- 'बुधनी ही मेरा परिवार है, यहाँ का हर नागरिक शिवराज है। ये चुनाव बुधनी की जनता लड़ रही है, मैं तो वोट डालने आऊँगा'।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपना नामांकन करने के लिए पहंचे हैं। लेकिन इससे पहले वह अपने गांव जैत पहुंचे और कुल देवी की पूजा कर जीत का आशीर्वाद लिया। साथ ही बुधनी विधानसभा में रोड शो भी किया।
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए 17 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। इस बीच राजनेता अपने-अपने अंदाज में प्रचार कर रहे हैं। लेकिन सबसे ज्यादा एमपी में रीवा जिले के एक प्रत्याशी प्रखर प्रताप सिंह की हो रही है। जो अमेरिका से चुनाव लड़ने आया है।
सीएम शिवराज ने रविवार को बुधनी के रेहटी नगर, सतनारा, भैरूंदानगर और गोपालपुर में रोड शो कर जनसभाओं को संबोधित किया।रोड शो के दौरान सीएम का भव्य स्वागत हुआ, हर जगह भावुक करने वाले और आत्मीय पल देखने को मिले।
वैसे तो प्रदेश की सभी 230 सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच चुनावी जंग रहेगी। लेकिन कुछ विधानसभा सीट ऐसी भी है। जहां पर जीत हार का फैसला महज चंद वोटों से होता हैं। ऐसे में उस सीट से चुनाव जीतना भी प्रत्याशी के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होता।