सार

मध्य प्रदेश में मौसम ने मचाई पहेली, 40 जिलों में आंधी-बारिश का अलर्ट जारी। नौतपा के बीच भी बारिश का दौर जारी रहेगा। क्या यह बदलता मौसम आगामी दिनों में और भी ज्यादा तूफानी होगा? जानिए कब तक रहेगा इस रहस्यमय मौसम का असर।

MP Weather Update: मध्य प्रदेश में मई माह में लगातार जारी आंधी और बारिश का दौर अभी भी जारी है। मौसम विभाग ने 28 मई तक प्रदेश के 40 जिलों में तेज आंधी और बारिश का अलर्ट जारी किया है। तेज हवा की रफ्तार 30 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है, जिससे जनजीवन प्रभावित होने की संभावना है।

नौतपा का आगाज़, लेकिन बारिश का सिलसिला नहीं रुका

आम तौर पर नौतपा के दिनों में तेज गर्मी का असर होता है, लेकिन इस बार मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि नौतपा के दौरान भी प्रदेश में बारिश और आंधी का दौर बना रहेगा। मई के पूरे महीने में लगातार 25वें दिन भी प्रदेश के कई इलाकों में बारिश हुई है।

आज किन जिलों में रहेगा अलर्ट?

इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, धार, खरगोन, शाजापुर, देवास, खंडवा, हरदा और बुरहानपुर सहित कुल 40 जिलों में आज तेज आंधी और बारिश का खतरा है।

तापमान में गिरावट, मौसम ने बदली चाल

बारिश और आंधी की वजह से प्रदेश के कई इलाकों में दिन के तापमान में गिरावट देखी गई है। नौगांव में 42 डिग्री, ग्वालियर में 40.6 डिग्री और भोपाल में 36.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। कई जिलों में बूंदाबांदी और ठंडी हवा ने गर्मी को राहत दी है।

मौसम का मिजाज क्यों बदला?

मौसम विभाग के सीनियर वैज्ञानिक अरुण शर्मा के अनुसार, दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन और एक ट्रफ लाइन सक्रिय होने के कारण प्रदेश में मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है। ये सिस्टम अगले चार दिन तक प्रभावी रहेंगे, जिससे आंधी-बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।

आगामी तीन दिनों का मौसम पूर्वानुमान

  • 25 मई: छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला, बालाघाट में तेज आंधी का अलर्ट।
  • 26 मई: रतलाम, उज्जैन, इंदौर, धार, खरगोन, बड़वानी समेत कई जिलों में आंधी और बारिश।
  • 27 मई: भोपाल, इंदौर, उज्जैन, टीकमगढ़, रीवा, सागर, देवास और अन्य जिलों में तेज बारिश व आंधी की संभावना।

सुरक्षा के लिए जरूरी सावधानियां

मौसम विभाग ने आम जनता से अनुरोध किया है कि वे तेज आंधी-बारिश के दौरान सावधानी बरतें। घरों, वाहन और खुले स्थानों में सुरक्षित रहने की कोशिश करें। पेड़ गिरने, बिजली गिरने जैसी आपदाओं से बचने के लिए जरूरी कदम उठाएं।