MP Weather: मध्य प्रदेश में प्री-मानसून की पहली दस्तक बन गई आफत की घंटी। 27 जिलों में जारी हुआ यलो अलर्ट, 50 किमी/घंटा की रफ्तार से चलेंगी हवाएं, गिरेगी बिजली और बरसेंगे बादल। क्या ये बारिश राहत लाएगी या बढ़ाएगी मुसीबत? जानिए आगे क्या होगा?

Monsoon Rainfall MP: मध्य प्रदेश में लगातार प्री-मानसून बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने गुरुवार को 27 जिलों में आंधी-बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। अगले चार दिनों तक मौसम इसी तरह बना रहने की संभावना है, जिससे आम जनता को सतर्क रहने की जरूरत है।

27 जिलों में तेज आंधी और बारिश का अलर्ट 

ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, अशोकनगर, विदिशा, सागर, कटनी, उमरिया, डिंडोरी, मंडला, सिवनी, पांढुर्णा, बैतूल, हरदा, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, रतलाम, मंदसौर और नीमच में आंधी-बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में आंधी की गति 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक रह सकती है।

गर्मी से राहत, तापमान में गिरावट दर्ज

मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश के कारण तापमान में गिरावट आई है। भोपाल में तापमान 33 डिग्री, इंदौर में 32.3 डिग्री, ग्वालियर में 36.4 डिग्री, उज्जैन में 35.4 डिग्री और जबलपुर में 36.7 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। पचमढ़ी में तापमान 29.6 डिग्री पर पहुंच गया है, जो कि प्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन है।

 जून के दूसरे सप्ताह तक रहेगी बारिश की संभावना

मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, मानसून की संभावना 10 जून के बाद है। महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में मानसून अभी ठहराव पर है, जिसकी वजह से मध्य प्रदेश में भी मानसून की एंट्री में देरी हो रही है। इसलिए, प्रदेश में प्री-मानसून की बारिश अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकती है।

अगले 4 दिनों का मौसम पूर्वानुमान

  • 5 जून: 27 जिलों में तेज आंधी-बारिश की संभावना, हवा की गति 40-50 Km प्रति घंटे तक।
  • 6 जून: भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, मुरैना, भिंड सहित कई जिलों में तेज आंधी और बारिश। हवा की गति 30-40 Km प्रति घंटे।
  • 7 जून: इंदौर, उज्जैन, मंदसौर, धार, खरगोन और बुरहानपुर जैसे जिलों में बारिश और आंधी।
  • 8 जून: खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, रायसेन और छिंदवाड़ा में बारिश जारी रहने का अनुमान।

सावधानी जरूरी: मौसम विभाग की चेतावनी पर ध्यान दें

मौसम विभाग ने इन जिलों में तेज हवाओं और आंधी के कारण जनसामान्य से लेकर किसान और सड़क यातायात तक सतर्क रहने की अपील की है। पेड़ गिरने और बिजली गिरने की घटनाओं से बचाव के लिए जरूरी है कि लोग सुरक्षित जगहों पर रहें और मौसम अपडेट्स को नियमित देखें।