सार
MP के राजगढ़ की आशा 6 साल की उम्र से कर रही थी चोरी, 6 राज्यों में 100 से ज्यादा केस। SP आदित्य मिश्रा की प्रेरणा और हनुमान-रावण कथा से बदला जीवन। अब मुख्यधारा में लौटना चाहती है। पढ़िए इस हैरान कर देने वाली कहानी को।
Rajgarh News: MP के राजगढ़ जिले के कड़िया गांव की एक लड़की 'आशा' (परिवर्तित नाम) ने महज 6 साल की उम्र में चोरी जैसे संगीन अपराध की शुरुआत की थी। परिवार के दबाव और गांव के माहौल के चलते वह छोटी उम्र में ही इस दलदल में फंस गई।
6 राज्य, 100 से ज्यादा चोरी के मामले
आशा ने खुद कबूला कि उसने मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में चोरी की घटनाएं अंजाम दीं। उसकी गिनती कुख्यात महिला अपराधियों में होने लगी थी। पुलिस रिकॉर्ड्स में उसका नाम हर बार उभरता था।
राजगढ़ के वो गांव जो बने अपराध की पाठशाला
कड़िया सांसी, हुलखेड़ी और गुलखेड़ी — ये तीन गांव किसी ज़माने में अपराधियों की ट्रेनिंग हब के रूप में कुख्यात थे। यहां से निकले अपराधी देशभर में डकैती और चोरी के मामलों में वांछित रहते थे। आशा भी इन्हीं गांवों की देन थी।
SP आदित्य मिश्रा की प्रेरणा बनी जीवन मोड़
राजगढ़ के युवा एसपी आदित्य मिश्रा ने इन गांवों की छवि बदलने का बीड़ा उठाया। उन्होंने धार्मिक कथाओं का सहारा लेकर गांववालों से सीधा संवाद किया। उन्होंने ‘हनुमान-रावण संवाद’ की मिसाल देकर अपराध छोड़ने की अपील की।
हनुमान बनकर पहुंचे SP बोले – दो कदम आप चलो, बीस मैं चलूंगा
एक कथा आयोजन के दौरान SP ने कहा, “हनुमानजी जैसे रावण को समझाने लंका गए थे, वैसे ही मैं भी प्रशासन का हनुमान हूं। मैं चाहता हूं आप अपनी गलती स्वीकारें और अपराध का रास्ता छोड़ें।” इस भावुक अपील ने लोगों के दिल को छू लिया। आशा की ज़ुबानी: "मैं अपराध छोड़कर इज्जत की जिंदगी चाहती हूं" आशा ने बताया, “मैंने अपने जीवन में बहुत कुछ खोया है। चोरी करते हुए बड़े हुए, अब अपराध से थक चुकी हूं। SP सर ने जिस तरह समझाया, उससे मेरा मन बदल गया। मैं अब नौकरी और इज्जत से जीना चाहती हूं।”
25 अपराधियों ने अपराध छोड़ने की कसम खाई
SP मिश्रा की इस पहल का असर ये हुआ कि आशा समेत 25 से अधिक अपराधियों ने अपराध की दुनिया को अलविदा कह दिया। अब ये लोग मेहनत-मजदूरी या छोटे व्यापार के ज़रिए अपनी नई शुरुआत करना चाहते हैं।
समाज से अपील: गलत रास्ता छोड़ो, नई शुरुआत करो
अब आशा का सपना है कि बाकी लोग भी अपराध छोड़कर नई राह चुनें। उसने कहा: “अगर मैं बदल सकती हूं तो कोई भी बदल सकता है। सभी से कहती हूं कि गलत रास्ते छोड़ो और नई जिंदगी शुरू करो।”
अपराध से परिवर्तन की एक प्रेरणात्मक मिसाल
आशा की कहानी सिर्फ एक लड़की के अपराध से बाहर आने की नहीं है, बल्कि यह मिसाल है कि सही प्रेरणा, सही समय पर मिले तो हर कोई बदल सकता है। एसपी आदित्य मिश्रा जैसे अधिकारी समाज में बदलाव की असली ताकत बन सकते हैं।